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    Bihar Politics: दशहरे के बाद कांग्रेस के दिग्गज संभालेंगे चुनावी मोर्चा, तय हो रहे स्टार प्रचारकों के नाम

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 08:00 PM (IST)

    कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर गंभीर है। पार्टी ने ब्लॉक और जिला स्तर से उम्मीदवारों के नाम मांगे हैं और दशहरे के बाद स्टार प्रचारकों की फौज उतारेगी। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा प्रमुख चेहरे होंगे। पार्टी का लक्ष्य युवा मतदाताओं पर ध्यान केंद्रित करना और रैलियों रोड शो के माध्यम से चुनावी माहौल बनाना है।

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    दशहरे के बाद कांग्रेस के दिग्गज संभालेंगे चुनावी मोर्चा, तय हो रहे स्टार प्रचारकों के नाम

    सुनील राज, पटना। कांग्रेस विधानसभा चुनाव 2025 को मिशन की तरह लड़ने में जुटी है। एक ओर जहां ब्लॉक और जिलों से भावी उम्मीदवारों के नाम मांगे गए हैं वहीं पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व बिहार के चुनावी माहौल में जान डालने की तैयारी कर रहा है।

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    दशहरे के बाद कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज महागठबंधन और कांग्रेस की जीत की भूमिका तैयार करने के लिए 241 विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाएं, कैंपेन का मोर्चा संभाल दिखेंगे। पार्टी ने प्रचारकों के नाम करीब-करीब तय कर लिए हैं। जल्द ही इन्हें सार्वजनिक भी कर दिया जाएगा।

    कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पार्टी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को प्रमुख चेहरा बनाकर प्रचार अभियान को धार देगी। इनके अलावा मल्लिकार्जुन खरगे, के.सी. वेणुगोपाल, अजय माकन, इमरान प्रतापगढ़ी, रणदीप सुरजेवाला, पवन खेड़ा, कुमारी शैलजा, जयराम रमेश, सचिन पायलट, भूपेश बघेल, डॉ. अखिलेश सिंह, सैयद नासिर हुसैन के साथ दूसरे कई राज्यसभा, लोकसभा सांसद व कई प्रदेश स्तर के बड़े नेता स्टार प्रचारक के रूप में शामिल किए गए हैं।

    असल में कांग्रेस का मानना है कि राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारकों के मैदान में आने से एक ओर जहां पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश आएगा वहीं गांव-गांव और कस्बों तक कांग्रेस का संदेश भी जाएगा।

    वर्ष 2025 का चुनाव कांग्रेस के लिए बेहद अहम है। पिछले चुनाव में उसे बिहार में बड़ी पराजय से गुजरना पड़ा था। लिहाजा इस बार उसने गठबंधन सहयोगियों के साथ तालमेल बनाए रखते हुए युवा मतदाताओं पर खास फोकस किया है।

    एसआईआर के बहाने जिलों-जिलों तक पहुंचे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने चुनावी भूमिका बना दी थी। अब आगे स्टार प्रचारकों के मैदान में मोर्चा संभालने से रैलियों और रोड़ से चुनावी से माहौल में नई उर्जा आएगी। विशेषज्ञ भी मानते हैं कि प्रचार में राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की उपस्थिति से कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा होगा और प्रचार में भी जान आएगी।

    दिग्गज स्टार प्रचारक अपनी सभाओं, रोड शो में बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की समस्या और राज्य में स्वास्थ्य व शिक्षा सेवाओं की बदहाल स्थिति को नैरेटिव बनाएंगे और सरकार को घेरेंगे। इन मुद्दों के साथ एसआइआर और वोट चोरी का मुद्दा तो रहेगा ही।

    पार्टी ने दो स्तर पर प्रचार की रणनीति बनाई है। पहला, राष्ट्रीय नेताओं की बड़ी रैलियां जो मीडिया में सुर्खियां बटोरेंगी। दूसरा, प्रदेश स्तर के नेताओं द्वारा छोटे-छोटे जनसंपर्क कार्यक्रम और चौपालें, जिससे ग्रामीण इलाकों में पैठ बनाई जा सके।

    इंटरनेट मीडिया से भी स्टार नेताओं के संदेश पहुंचेंगे जन-जन तक

    चुनाव मैदान में उतरे नेता अपने मतदाताओं से बाद में रू-ब-रू होंगे इसके पहले उनके संदेश इंटरनेट मीडिया के जरिये जन-जन तक पहुंचाए जाएंगे। पार्टी ने माना है कि आज के माहौल में युवाओं तक पहुंचने का सबसे बेहतर और चुनिंदा माध्यम इंटरनेट मीडिया ही है।

    पार्टी के अनुसार राहुल गांधी-प्रियंका गांधी और खरगे के साथ कई बड़े नेताओं की प्रत्येक सभा का लाइव प्रसारण भी होगा साथ ही इनकी छोटी क्लिप्स बनाकर भी प्रचारित किया जाएगा।

    कांग्रेस ने यह साफ संकेत दिए हैं कि बिहार चुनाव को हल्के में नहीं लेगी। स्टार प्रचारकों की फौज मैदान में उतारकर वह न सिर्फ अपनी साख बचाएगी वहीं सत्ता तक पहुंचने के लिए पूरा जोर भी लगाएगी।