Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bhagalpur Assembly Seat 2025: भागलपुर सीट पर फंसा एनडीए का पेंच, भाजपा-जदयू में दावेदारी की जंग

    Updated: Thu, 11 Sep 2025 02:00 PM (IST)

    भागलपुर विधानसभा क्षेत्र में एनडीए के सियासी समीकरण उलझ गए हैं। भाजपा और जदयू दोनों ही इस सीट पर अपनी दावेदारी कर रहे हैं। भाजपा जहाँ इसे अपनी परंपरागत सीट बता रही है वहीं जदयू लगातार भाजपा की हार का हवाला देकर अपनी दावेदारी मजबूत कर रहा है। जदयू नेताओं ने केंद्रीय मंत्री ललन सिंह से मिलकर भागलपुर सीट पर अपनी दावेदारी पेश की और जीत की गारंटी भी दी।

    Hero Image
    बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और सीएम नीतीश कुमार।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। एनडीए के लिए भागलपुर विधानसभा क्षेत्र पर सियासी समीकरण पूरी तरह से उलझ गया है। गठबंधन की दो प्रमुख पार्टी भाजपा और जदयू आमने-सामने है। भागलपुर भाजपा की परंपरागत सीट रही है। यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे कई बार जीत दर्ज करने में सफल रहे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    2014 के लोकसभा चुनाव में अश्विनी चौबे के बक्सर जाने के बाद भागलपुर से अजीत कुमार शर्मा लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। बीते तीन बार से उन्होंने कड़े मुकाबले में नभय चौधरी, अर्जित शास्वत चौबे, रोहित पांडेय को हरा दिया।

    लगातार तीन चुनाव में भाजपा की हार को आधार बना कर जदयू भागलपुर विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी मजबूत कर रहा है। इसके लिए जदयू के स्थानीय नेता लगातार पार्टी के वरीय नेताओं के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं।

    जदयू महानगर जिलाध्यक्ष संजय साह के नेतृत्व में जदयू के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह से मुलाकात की। जदयू नेताओं ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि अगर गठबंधन में भागलपुर की सीट जदयू के हिस्से में दी जाती है तो जीत की गारंटी है।

    जदयू नेताओं ने केंद्रीय मंत्री को भाजपा की लगातार हार की वजह बताई तो जदयू के जीत के दावों के पीछे कई तर्क भी गिनाए।

    संजय साह ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि पार्टी का बूथ स्तर तक संगठन काफी मजबूत है। जदयू उम्मीदवार को एनडीए के परंपरागत वोट के साथ ही अल्पसंख्यक समुदाय का भी समर्थन मिलेगा।

    खैर, जदयू के स्थानीय नेताओं की दावेदारी पर अंतिम निर्णय गठबंधन के शीर्ष नेतृत्व की ओर से लिया जाएगा, लेकिन जदयू की दावेदारी ने भाजपा के नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है।

    यह भी पढ़ें- Bihar Politics: 48 साल से ताली बजाने को तरस रहा कांग्रेस का 'हाथ', इस सीट पर 1977 में लगा था 'ग्रहण'!

    यह भी पढ़ें- Bihar: इस सीट पर दिलचस्प हुआ सियासी दंगल, लालू की पार्टी में टिकट की टाइट फाइट; रेस में 2 राजद नेत्री