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    फ्लाईओवर और ओवरब्रिज को लेकर आप भी रहते हैं कन्फ्यूज, तो आसान भाषा में यहां समझिए दोनों का अंतर

    Updated: Sun, 04 May 2025 01:12 PM (IST)

    कभी ट्रैफिक जाम में फंसे हैं और ऊपर से तेजी से गाड़ियां गुजरती देखी हैं? या रेलवे स्टेशन पर पटरी पार करने के लिए पुल का इस्तेमाल किया है? अगर हां तो आपने Flyover और Overbridge दोनों देखे हैं! मगर क्या आपने कभी सोचा है कि ये दोनों आखिर एक-दूसरे से कितने अलग हैं? बता दें अक्सर कुछ लोग इनमें कन्फ्यूज हो जाते हैं।

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    फ्लाईओवर और ओवरब्रिज में क्या होता है अंतर? (Image Source: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप भी रोजाना सड़कों पर सफर करते हैं, तो आपने Flyover और Overbridge जैसे शब्द कई बार सुने होंगे। कई बार हम इन दोनों शब्दों को एक ही समझ लेते हैं और बिना फर्क जाने इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फ्लाईओवर और ओवरब्रिज दोनों अलग-अलग चीजें हैं और इनका निर्माण भी अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से किया जाता है? आइए, आज हम आसान भाषा में आपको समझाते हैं कि इन दोनों में असल फर्क (Difference between Flyover and Overbridge) क्या है और कहां-कहां इनका इस्तेमाल होता है।

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    फ्लाईओवर क्या है?

    फ्लाईओवर एक तरह का पुल होता है जिसे सड़कों या रेलवे लाइनों के ऊपर बनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य होता है यातायात को बिना किसी रुकावट के एक जगह से दूसरी जगह ले जाना। सोचिए, एक व्यस्त चौराहे पर बहुत सारी गाड़ियां आ-जा रही हैं। अगर एक फ्लाईओवर बना दिया जाए, तो कुछ गाड़ियां नीचे सड़क पर चलती रहेंगी और कुछ गाड़ियां फ्लाईओवर के ऊपर से निकल जाएंगी। इससे चौराहे पर जाम लगने की समस्या काफी हद तक कम हो जाती है।

    फ्लाईओवर आमतौर पर लंबी दूरी के यातायात के लिए बनाए जाते हैं और ये शहरों के भीतर या बाहरी इलाकों में हो सकते हैं। इनका डिजाइन इस तरह से किया जाता है कि गाड़ियां तेजी से और सुरक्षित रूप से गुजर सकें।

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    ओवरब्रिज क्या है?

    ओवरब्रिज भी एक प्रकार का पुल होता है, लेकिन इसका मुख्य काम किसी सड़क या रेलवे लाइन के ऊपर से पैदल चलने वालों या कम गति वाले वाहनों को रास्ता देना होता है। आपने अक्सर रेलवे स्टेशनों के पास पैदल यात्रियों के लिए बने पुल देखे होंगे, वे ओवरब्रिज ही होते हैं।

    ओवरब्रिज का उद्देश्य होता है सुरक्षा सुनिश्चित करना। व्यस्त सड़कों या खतरनाक रेलवे लाइनों को पार करने के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प प्रदान करता है। ओवरब्रिज आमतौर पर फ्लाईओवर की तुलना में छोटे होते हैं और इनका डिज़ाइन पैदल चलने वालों और साइकिल सवारों की सुविधा को ध्यान में रखकर किया जाता है।

    क्यों होता है कन्फ्यूजन?

    कन्फ्यूजन की सबसे बड़ी वजह यह है कि दोनों ही जमीन से ऊंचे बनाए जाते हैं और ऊपर से देखने में लगभग एक जैसे लगते हैं, लेकिन जब हम उनके उपयोग और निर्माण स्थल को देखें, तो साफ हो जाता है कि दोनों की जरूरतें अलग हैं और कार्य भी अलग।

    आजकल के स्मार्ट शहरों में दोनों की अहम भूमिका

    देश में बढ़ती जनसंख्या और ट्रैफिक को देखते हुए सरकार हर बड़े शहर में फ्लाईओवर और ओवरब्रिज का निर्माण करवा रही है। इससे न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या कम होती है, बल्कि समय की भी बचत होती है।

    जहां फ्लाईओवर शहरों की रफ्तार को तेज करते हैं, वहीं ओवरब्रिज रेलवे फाटकों और प्राकृतिक रुकावटों को पार करने का सुरक्षित रास्ता प्रदान करते हैं।

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