हमेशा जवां रहने के लिए इस महारानी ने अपनाया था खूनी तरीका, सैकड़ों लड़कियों की कर दी थी हत्या
महारानी Elizabeth Bathory अपने महल में काम करने के लिए आसपास के गांवों की गरीब लड़कियों को ढूंढती थी। वह उन्हें अच्छी तनख्वाह और बेहतर जीवन का झांसा देकर अपने पास बुलाती थी लेकिन महल में आने के बाद वह इन मासूम लड़कियों को कैद कर लेती थी और उनकी हत्या (Countess Bathory) करके उनके खून से एक खूंखार काम करती थी।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। फिल्मों में आपने कई सीरियल किलर्स (Serial Killers) के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतिहास में भी ऐसी ही कई डरावनी कहानियां हैं? आज हम बात करेंगे एक ऐसी महारानी (Elizabeth Bathory) की जिसने इतिहास के पन्नों को खून से रंग दिया। जी हां, इस रानी ने सैकड़ों कुंवारी लड़कियों को मौत के घाट उतारा और फिर उनके खून से स्नान किया, ऐसा मानते हुए कि इससे उसकी खूबसूरती बरकरार रहेगी। उड़ गए ना होश? बता दें कि इस खौफनाक महारानी के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
खून से नहाने वाली रानी
हंगरी की महारानी एलिजाबेथ बाथोरी को इतिहास में सबसे कुख्यात महिला सीरियल किलर के रूप में जाना जाता है। 16वीं और 17वीं सदी में, बाथरी ने कथित तौर पर सैकड़ों युवतियों की हत्या की और उनके खून से स्नान किया। कहा जाता है कि उसने यह सब अपनी खूबसूरती बरकरार रखने के लिए किया। हालांकि, इन घटनाओं के बारे में कई ऐतिहासिक दस्तावेजों में विरोधाभासी जानकारी मिलती है और कुछ इतिहासकारों का मानना है कि बाथरी के खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीतिक षड्यंत्र का नतीजा थे।
यह भी पढ़ें- एक श्राप और कई वर्षों तक वीरान रहा राजस्थान का यह गांव, अब विदेश से भी देखने आते हैं पर्यटक
खूबसूरती बढ़ाने के लिए पार की क्रूरता
एलिजाबेथ बाथरी इस हद तक खूबसूरती के मोह में फंस गई थी कि वह कुंवारी लड़कियों के खून से नहाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार थी। उसकी क्रूरता इतनी बढ़ गई थी कि वह मारी हुई लड़कियों के मांस को भी अपने दांतों से फाड़ लेती थी। इस भयानक काम में उसके तीन विश्वासपात्र नौकर भी शामिल थे। हंगरी के एक वीर योद्धा फेरेंक नैडेस्डी से शादीशुदा एलिजाबेथ, आसपास के गांवों की निर्दोष लड़कियों को अपने महल में नौकरी के झांसे में बुलाती थी और फिर उन्हें अपनी क्रूरता का शिकार बनाती थी।
एक महल, सैकड़ों लाशें
जब इलाके में युवतियों की संख्या कम होने लगी, तो एलिजाबेथ ने अपनी नजरें उच्च कुलीन परिवारों की बेटियों पर लगा दीं। उसने उन्हें अपने महल में फंसाने के लिए तरह-तरह के छल कपट का सहारा लिया। हंगरी के राजा को इस अमानवीय कृत्य के बारे में जानकारी मिली और उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दिए। जब जांचकर्ता एलिजाबेथ के भव्य महल में पहुंचे तो उन्हें एक भयानक दृश्य दिखाई दिया। महल के गुप्त कमरों में कई युवतियों के कंकाल मिले, जो उनके साथ हुई अमानवीय यातनाओं के साक्षी थे। इसके अलावा, महल से सोने-चांदी के अनेक कीमती गहने भी बरामद हुए जो एलिजाबेथ ने अपने शिकारों से लूटे थे।
साल 1610 में, एलिजाबेथ को उसके घिनौने अपराधों के लिए गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, उस समय की कानूनी प्रक्रिया के अनुसार उसे फांसी की सजा नहीं दी गई। इसके बजाय, उसे उसी महल के एक कमरे में कैद कर दिया गया जहां उसने इतने सारे निर्दोष लोगों की जान ली थी। चार साल तक अंधेरे कमरे में बंद रहने के बाद, 21 अगस्त, 1614 को एलिजाबेथ ने दम तोड़ दिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।