आज से 71 साल पहले शुरू हुई थी Bharat Ratna की परंपरा, पढ़ें कब और क्यों दिया जाता है यह सम्मान
भारत रत्न (Bharat Ratna) देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है जो देश के उन महान व्यक्तित्वों को दिया जाता है जिन्होंने कला साहित्य विज्ञान सार्वजनिक सेवा खेल या किसी अन्य क्षेत्र में असाधारण योगदान देकर देश का नाम रोशन किया हो। इस सम्मान की शुरुआत 2 जनवरी 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr. Rajendra Prasad) द्वारा की गई थी।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत रत्न (Bharat Ratna) भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसकी शुरुआत 2 जनवरी, 1954 को हुई थी। यह सम्मान देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा स्थापित किया गया था।
पहला भारत रत्न देश के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (C. Rajagopalachari), पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) और महान वैज्ञानिक डॉ. चंद्रशेखर वेंकटरमन (Dr. Chandrasekhara Venkata Raman) को दिया गया था।
भारत रत्न उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने समाज सेवा, कला, विज्ञान, साहित्य, खेल आदि क्षेत्रों में असाधारण योगदान दिया हो। यह सम्मान आमतौर पर गणतंत्र दिवस के दिन प्रदान किया जाता है।
सम्मानित व्यक्ति को सरकार की ओर से एक विशेष मेडल और प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसके अलावा, उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं जैसे कि परिवहन, आवास और सुरक्षा। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं इससे जुड़ी कुछ रोचक बातें।
भारत रत्न की शुरुआत क्यों हुई?
स्वतंत्र भारत के निर्माण के बाद देश के लोगों में एक नई उम्मीद जग गई थी। देश के विकास में योगदान देने वाले महान व्यक्तित्वों को सम्मानित करने के लिए एक ऐसे सम्मान की जरूरत महसूस की गई जो देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान हो। इसी जरूरत को पूरा करने के लिए भारत रत्न सम्मान की स्थापना की गई।
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भारत रत्न किसे दिया जाता है?
भारत रत्न सम्मान उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने:
- कला: संगीत, चित्रकला, नृत्य आदि के क्षेत्र में खास योगदान दिया हो।
- साहित्य: साहित्य के क्षेत्र में अद्वितीय रचनाएं की हों।
- विज्ञान: विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोजें की हों।
- सार्वजनिक सेवा: देश की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया हो।
- खेल: खेल के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियां हासिल की हों।
भारत रत्न सम्मान की विशेषताएं
- सर्वोच्च सम्मान: भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
- असीमित संख्या: इस सम्मान को देने के लिए कोई सीमा नहीं है।
- मरणोपरांत: इस सम्मान को मरणोपरांत भी दिया जा सकता है।
- अन्य पुरस्कारों से श्रेष्ठ: भारत रत्न पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री जैसे अन्य पुरस्कारों से श्रेष्ठ माना जाता है।
कब दिया जाता है यह सम्मान?
भारत रत्न पुरस्कार की शुरुआत 1954 में हुई थी और शुरू में यह केवल जीवित व्यक्तियों को ही दिया जाता था। बाद में, 1955 में नियमों में बदलाव किया गया और मरणोपरांत भी यह सम्मान दिया जाने लगा। जब किसी व्यक्ति को भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है, तो इसकी आधिकारिक घोषणा भारत के राजपत्र में प्रकाशित की जाती है।
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार आम तौर पर गणतंत्र दिवस के दिन दिया जाता है। अब तक, 53 लोगों को इस सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। इनमें नेल्सन मंडेला और अब्दुल गफ्फार खां यानी दो विदेशी भी शामिल हैं। भारत सरकार के नियमों के मुताबिक, किसी भी वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता है।
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Source:
- भारत के गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध भारत रत्न सम्मान की जानकारी : https://www.mha.gov.in/sites/default/files/2023-01/Scheme-BR_1%5B1%5D_0.pdf
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