आईसीयू, सीसीयू और इमरजेंसी वार्ड में क्या अंतर होता है? जानें हर वार्ड का असली मकसद
ICU vs CCU vs Emergency Ward जब भी कोई अस्पातल जाता है तो अलग-अलग वार्ड का नाम सुनते ही ज्यादातर लोग घबरा जाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर वार्ड का अलग मकसद और मतलब होता है। आपको पता है कि ICU CCU NICU और इमरजेंसी वार्ड में क्या अंतर होता है अगर नहीं तो आइए यहां पढ़िए...
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आप और हम में से जब भी कभी कोई किसी अपने या फिर खुद के लिए अस्पताल जाता है तो वहां अक्सर सुनने को मिलता है कि मरीज को इमरजेंसी में भर्ती किया गया है या फिर ICU, CCU, NICU या फिर दूसरे वार्ड में भर्ती किया है। हॉस्पिटल वार्ड का नाम सुनते ही ज्यादातर लोग घबरा जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर वार्ड का अलग मकसद और मतलब होता है।
दरअसल, हॉस्पिटल में अलग-अलग वार्ड इसलिए बनाए जाते हैं ताकि बीमारी के अनुसार मरीज को सही इलाज और निगरानी मिल सके। आपको पता है कि ICU, CCU, NICU और इमरजेंसी वार्ड में क्या अंतर होता है, अगर नहीं तो आइए यहां पढ़िए...
आपातकालीन वार्ड
आपातकालीन वार्ड (Emergency Ward)... यहां एक्सीडेंट, हार्ट अटैक, बेहोशी, स्ट्रोक, ब्लीडिंग, जहरखुरानी, जलने या फिर किसी भी अचानक आई आपात स्थिति वाले मरीजों को भर्ती किया जाता है। यहां प्राथमिक जांच और जीवन रक्षक इलाज देन के बाद मरीज की स्थिति के अुनसार, उसे ICU, CCU, Genral Ward में शिफ्ट किया जाता है।
आईसीयू वार्ड
ICU यानी Intensive Care Unit या गहन चिकित्सा कक्ष। यह सबसे गंभीर मरीजों का वार्ड होता है। यहां सीवियर एक्सीडेंट, स्ट्रोक, ऑर्गन फेल्योर और सर्जरी के बाद के मरीजों को रखा जाता है। यहां 24 घंटें मशीनों और डॉक्टरों की निगरानी रहती है। ICU में वेंटिलेटर, मल्टीपैरामीटर मॉनिटर और डायलिसिस मशीन जैसी सुविधाएं होती हैं।
सीसीयू वार्ड
CCU यानी Coronary Care Unit / Cardiac Care Unit – हृदय गहन चिकित्सा कक्ष। यह दिल के मरीजों के लिए खास वार्ड होता है। यहां हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, धड़कन की गंभीर गड़बड़ी वाले मरीज भर्ती किए जाते हैं। इस वार्ड में हार्ट मॉनिटरिंग, ECG मशीन, डिफिब्रिलेटर और कार्डियक सपोर्ट दवाइयां अर्जेंसी बेसस पर उपलब्ध कराने जैसी सुविधाएं होती हैं।
ICU सभी बीमारियों के लिए हैं और CCU सिर्फ हार्ट संबंधी बीमारियों के लिए होता है।
एनआईसीयू वार्ड
NICU यानी Neonatal Intensive Care Unit- यहां समय से पहले जन्मे या गंभीर रूप से बीमार नवजात शिशुओं (0 से 28 दिन तक) का इलाज होता है। NICU वार्ड में इनक्यूबेटर, रेडिएंट वार्मर, वेंटिलेटर और CPAP मशीनें, फीडिंग ट्यूब, फोटोथेरेपी यूनिट और 24 घंटे विशेषज्ञ डॉक्टर और नर्सेज की निगरानी जैसी सुविधाएं होती हैं।
पीआईसीयू वार्ड
PICU यानी Pediatric Intensive Care Unit - यह बच्चों (1 महीने से 14 साल तक) का आईसीयू वार्ड होता है। पेडियाट्रिक वेंटिलेटर, डायलिसिस मशीन, IV पंप और ड्रिप सिस्टम, इन्फेक्शन कंट्रोल यूनिट, इमरजेंसी सपोर्ट, एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम और काउंसलिंग जैसी सुविधाएं रहती हैं।
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