क्या है अमेरिका का 'Golden Dome' डिफेंस सिस्टम? ट्रंप के प्लान से ड्रैगन परेशान, किस खतरे से सुरक्षा की तैयारी?
Golden dome missile defence system अमेरिका ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए गोल्डन डोम नामक अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने का एलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जोर देकर कहा है कि अमेरिका कई दुश्मन देशों की मिसाइल का लक्ष्य है और इनसे निपटने के लिए यह तकनीक आवश्यक है।गोल्डन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली से जुड़े सभी सवालों के जवाब जानने के लिए यहां पढ़ें..

डिजिटल टीम, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश की सुरक्षा के लिए एक अत्याधुनिक तकनीक लागू करने की घोषणा की है। गोल्डन डोम नाम की इस तकनीक को अमेरिका की नामी सुरक्षा उत्पाद कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया जाएगा। इसकी मदद से अमेरिकी आकाश और जमीन की रक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
गोल्डन डोम का उद्देश्य जमीन, आकाश और अंतरिक्ष से होने वाले किसी भी प्रकार के हमले की तुरंत पहचान करेगा और उसे अमेरिकी सीमा में आने से पहले ही नष्ट करेगा। डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देकर कहा है कि अमेरिका कई दुश्मन देशों की मिसाइल का लक्ष्य है और इनसे निपटने के लिए यह तकनीक आवश्यक है।
लॉकहीड मार्टिन इस तकनीक को बनाने वाली प्रमुख कंपनी होगी। हालांकि, अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन को इसके लिए 180 से ज्यादा कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट प्राप्त हुए थे। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस पूरी तकनीक पर 175 बिलियन डॉलर (14,52,500 करोड़ रुपये) खर्च होंगे।
आइए जानते हैं इस गोल्डन डोम से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब...
गोल्डन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली क्या है?
यह अमेरिका द्वारा विकसित की जा रही नेक्स्ट जनरेशन मिसाइल डिफेंस टेक्नीक शील्ड है। इसे हाइब्रिड सिस्टम भी कहा जा रहा है जो हवा, आकाश और अंतरिक्ष से होने वाले किसी भी प्रकार के हमले का पता लगाने, उसे ट्रैक करने और निष्क्रिय करने में सक्षम है।
बताया जा रहा है कि गोल्डन डोम से क्रूज, बैलिस्टिक, हाइपरसोनिक, ड्रोन और किसी भी प्रकार के परमाणु हथियार को भी असफल किया जा सकता है।
इसका नाम गोल्डन डोम क्या रखा गया है?
वैसे तो इसका नाम इजरायल की सुरक्षा प्रणाली आयरन डोन से प्रभावित है, लेकिन यह इजरायली सिस्टम से कई गुना ज्यादा उन्नत है।
इस प्रोजेक्ट की घोषणा कब और किसने की?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गोल्डन डोम सुरक्षा प्रणाली का जिक्र जनवरी में अपने शपथ ग्रहण के बाद किया था।
यह प्रणाली इतनी खास क्यों मानी जा रही है?
गोल्डन डोम रक्षा प्रणाली ऐसा पहला अमेरिकी हथियार कहा जा सकता है, जो अंतरिक्ष से काम करेगा। यह अमेरिका को निशाना बनाकर लॉन्च की जाने वाली किसी भी प्रकार की मिसाइल को इंटरसेप्ट करके नष्ट करने में समक्ष है।
किस प्रकार के हमलों को नाकाम करेगा गोल्ड डोम?
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के अनुसार, यह प्रणाली अमेरिका के सुरक्षा कवच की तरह काम करेगी। यह क्रूज, बैलिस्टिक, हाइपरसोनिक मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट करने में समक्ष है।
Golden Dome की लागत कितनी है?
गोल्डन डोम की घोषणा के बाद से अब तक लगातार इसकी लागत बढ़ी ही है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुरुआत में इस प्रोजेक्ट के लिए 25 बिलियन डॉलर का बजट जारी किया था।
उनका दावा था कि यह प्रणाली जनवरी 2029 तक काम करना शुरू कर देगी। इसके लिए उन्होंने One Big Beautiful Bill Act नाम का कानून भी बनाया है। हालांकि, अमेरिकी संसद और विशेषज्ञों का मानना है कि गोल्डन डोम की लागत में अभी और बढ़ोतरी संभव है।
गोल्डन डोम प्रोजेक्ट का इंचार्ज कौन है?
इस प्रोजेक्ट को अमेरिकी स्पेस फोर्स के जनरल माइकल गुटलीन के नेतृत्व में बनाया और लागू किया जाएगा। उनके पास मिसाइल डिफेंस सिस्टम और स्पेस ऑपरेशंस का 30 साल का अनुभव है।
गोल्डन डोम को बनाने के पीछे मुख्य वजह क्या है?
साल 2022 में मिसाइल डिफेंस रिव्यू रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि अमेरिका को रूस और चीन से लगातार खतरा बना हुआ है। ये दोनों ही देश लगातार आधुनिक मिसाइल बनाने पर काम कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- US Golden Dome: ट्रंप की ऐतिहासिक घोषणा, अंतरिक्ष मिसाइल रक्षा प्रोजेक्ट 'गोल्डन डोम' प्रोजेक्ट का किया एलान
Source :
- लॉकहीड मार्टिन की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी: https://shorturl.at/MmtPD
- अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति: shorturl.at/km6Hv
- फोटो - https://x.com/SERobinsonJr/status/1912865393858822174
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