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    क्या आप जानते हैं पायलट नहीं करते परफ्यूम और हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल? वजह जानकर उड़ जाएंगे होश

    Updated: Mon, 28 Jul 2025 03:24 PM (IST)

    क्या आप जानते हैं पायलट्स को परफ्यूम और हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की मनाही होती है? जी हां पायलट न तो फ्लाइट से पहले परफ्यूम का इस्तेमाल कर सकते हैं और न ही हैंड सैनिटाइजर। इस नियम के पीछे सुरक्षा के बड़े कारण छिपे हैं। आइए जानें क्यों पायलट नहीं कर सकते परफ्यूम और हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल।

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    पायलट नहीं लगा सकते परफ्यूम (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हवाई जहाज उड़ाना काफी जिम्मेदारी भरा काम होता है। इसमें जरा-सी भी चूक कई लोगों की जान ले सकती है। इसलिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है, ताकि किसी की भी सुरक्षा खतरे में न आए। इन्हीं में एक नियम है कि पायलट परफ्यूम और हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल न करें।

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    अब आप सोचेंगे कि परफ्यूम और हैंड सैनिटाइजर तो रोज इस्तेमाल होने वाले बेहद कॉमन प्रोडक्ट हैं। फिर क्यों पायलट को इनका इस्तेमाल न करने की हिदायद दी जाती है? इस सवाल का जवाब दरअसल, प्लेन और यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा है, जिसे जानकर आप थोड़े हैरान हो सकते हैं। आइए जानें इसके पीछे की वजह।

    सुरक्षा से जुड़ा है नियम

    हर फ्लाइट से पहले पायलट को ब्रेथएनालाइजर टेस्ट से गुजरना पड़ता है। यह टेस्ट फ्लाइट सेफ्टी के लिए बेहद जरूरी है। इस टेस्ट में एक मशीन में पायलट को हवा फूंकनी होती हैं, जिससे पता चल सके कि पायलट ने शराब तो नहीं पी है। ऐसे में परफ्यूम या हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने से फॉल्स पॉजिटिव आने की संभावना बढ़ जाती है।

    दरअसल, परफ्यूम, माउथ वॉश और हैंड सैनिटाइजर में इथाइल एल्कोहल का इस्तेमाल होता है। अगर टेस्ट के दौरान मशीन इन्हें डिटेक्टर कर लेता है, तो इससे रिजल्ट पॉजिटिव आ सकता है, जिससे पायलट पर डिसिप्लिनरी एक्शन हो सकती है या फ्लाइट में देर भी हो सकती है। हालांकि, फॉल्स पॉजिटिव आने पर पायलट को देर इंतजार करना पड़ता है, तभी वो दोबारा ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट ले सकता है।

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    और भी हैं कारण

    इसके अलावा, कुछ परफ्यूम की गंध काफी तेज होती है, जिससे दूसरे लोगों को परेशानी हो सकती है। खासकर, कॉकपिट में। अगर पायलट या को-पायलट को परफ्यूम की तेज खुशबू से असुविधा होती है, तो इससे उनका फोकस डिस्टर्ब हो सकता है, जिसके कारण दुर्घटना होने का रिस्क रहता है।

    ज्यादातर एयरलाइंस और एविएशन अथॉरिटीज सख्त सेफ्टी गाइडलाइन्स फॉलो करती हैं। इन नियमों के तहत पायलट्स को ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है, जो उनकी परफॉर्मेंस या विमान की सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं।

    परफ्यूम और हैंड सैनिटाइजर जैसी चीजों का इस्तेमाल न करने के पीछे उनकी सुरक्षा, यात्रियों की सुरक्षा और विमान के सिस्टम को सुरक्षित रखने का उद्देश्य होता है।

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