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    क्या आप जानते हैं फ्लाइट में क्यों नहीं होती 13 नंबर की सीट? सुपरस्टीशन या साइंस है पीछे की वजह

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 05:14 PM (IST)

    अगर आपने कभी हवाई जहाज की सीट्स पर ध्यान दिया होगा, तो देखा होगा कि बहुत सारी एयरलाइंस में 13 नंबर की सीट होती ही नहीं है। लेकिन क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं? दरअसल, इसके पीछे काफी दिलचस्प कारण है, जिसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए। 

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    क्यों अशुभ माना जाता है 13 नंबर? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हवाई जहाज से ट्रैवल करते समय अगर आप गौर से सीटों के नंबर देखेंगे, तो एक अजीब बात नजर आएगी- ज्यादातर एयरलाइंस में 13 नंबर की कोई रो नहीं होती। रो 12 के बाद सीधे 14 नंबर शुरू हो जाता है। क्या आपने कभी इसकी वजह जानने की कोशिश की है?

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    क्या यह महज एक इत्तेफाक है, या इसके पीछे कोई ठोस वजह छुपी हुई है? आपको बता दें कि यह कोई संयोग नहीं, बल्कि एक सोच-समझकर लिया गया फैसला है, जिसके पीछे दिलचस्प कारण छिपे हैं।

    airplane Seats

    (Picture Courtesy: Freepik)

    13 नंबर का 'अशुभ' इतिहास

    इसके पीछे मुख्य कारण है संख्या 13 के लेकर दुनिया के कई हिस्सों में मौजूद अंधविश्वास। वेस्टर्न कल्चर में 13 को अशुभ माना जाता है। इस डर को 'ट्रिस्काइडेकाफोबिया' कहते हैं। दरअसल, इसकी जड़ें ईसाई परंपरा से जुड़ी है, जहां द लास्ट सपर में 13वें व्यक्ति के आने के बाद ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। इसके अलावा, नॉर्स पौराणिक कथाओं में भी 13 संख्या को लेकर एक नकारात्मक घटना का जिक्र मिलता है। इस गहरे बैठे डर का असर यात्रा जैसे क्षेत्रों पर भी पड़ा, जहां सुरक्षा को सबसे पहली प्राथमिकता में रखा जाता है।

    एयरलाइंस क्यों फॉलो करती है ये नियम? 

    हवाई जहाज से ट्रैवल करना काफी स्ट्रेसफुल हो सकता है, खासकर उन यात्रियों के लिए जिन्हें उड़ान का डर हो। एयरलाइंस चाहती हैं कि उनके कस्टमर्स यात्रा के दौरान जितना संभव हो सके, रिलैक्स और कम्फर्टेबल महसूस करें। ऐसे में, अगर एक सीट नंबर यात्री के मन में किसी तरह के डर की भावना पैदा कर सकता है, तो कंपनियों के लिए उस नंबर को हटाना ही समझदारी भरा कदम है। यह एक साइकोलॉजिकल ट्रिक है।

    यह एक बिजनेस डिसिजन भी है। कोई भी एयरलाइन नहीं चाहेगी कि उसकी कोई सीट सिर्फ एक नंबर के कारण खाली रहे या यात्री उसे लेने से कतराएं। 13वीं रो को हटाकर, एयरलाइंस इस जोखिम से बच जाती हैं कि कोई यात्री इस सीट पर बैठने से इनकार कर देगा या दूसरी फ्लाइट की खोज करेगा। खासकर इंटरनेशनल ट्रैवल्स में, जहां यात्री अलग-अलग कल्चरल बैकग्राउंड से आते हैं, यह और भी जरूरी हो जाता है।

    केवल 13 ही क्यों?

    एक दिलचस्प बात यह है कि यह प्रथा केवल 13 नंबर तक सीमित नहीं है। इटली और ब्राजील जैसे देशों में 17 नंबर को अशुभ माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि रोमन में 17 नंबर को जिस तरीके से लिखा जाता है, लैटिन में उसका मतलब होता है कि मैं अपनी जिंदगी जी चुका हूं। इसलिए वे इस नंबर को अशुभ मानते हैं।