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    क्या आप जानते हैं रात के अंधेरे में क्यों जगमगाते हैं जुगनू? कैसे बनाते हैं अपनी खुद की लाइट

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 03:30 PM (IST)

    क्या आपने रात के समय कभी जुगनू देखे हैं? अगर हां तो आपके मन में भी सवाल आया होगा कि आखिर ये टिमटिमाते कैसे हैं? कैसे इनके अंदर रोशनी बनती है? दरअसल यह कोई जादू नहीं बल्कि सिंपल साइंस है। आइए जानें कैसे जुगनू अपने भीतर रोशनी बनाते हैं और रात को चमकते हैं।

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    रात को क्यों चमकते हैं जुगनू? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मियों की शाम के बाद जब रात का अंधेरा छाने लगता है, तब खेतों, बगीचों या नदियों के किनारे छोटे-छोटे जुगनू टिमटिमाते हुए दिखाई देते हैं। यह नजारा बड़ा जादुई-सा लगता है, मानो धरती पर तारे बिखर गए हों। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये छोटे-से कीड़े रात में ही क्यों चमकते हैं?

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    कैसे जुगनू अपने भीतर रोशनी पैदा करते हैं, जिससे वे टिमटिमाते हुए नजर आते हैं। दरअसल, इसके पीछे प्रकृति और साइंस का हाथ है। आइए जानें इसके पीछे का कारण।

    कैसे चमकते हैं जुगनू?

    जुगनू के चमकने की इस घटना को साइंस की भाषा में "बायोलुमिनिसेंस" (Bioluminescence) कहा जाता है। इसका मतलब है, किसी जिंदा प्राणी में केमिकल प्रोसेस के जरिए लाइट पैदा करना। जुगनू के पेट के निचले हिस्से में एक खास अंग होता है। इस अंग में दो जरूरी केमिकल पाए जाते हैं- ल्यूसिफेरिन और ल्यूसिफेरेज।

    जब जुगनू सांस लेता है तो ऑक्सीजन इन केमिकल के साथ मिलती है और एक केमिकल रिएक्शन होती है। इस प्रतिक्रिया के कारण एनर्जी रिलीज होती है, जो लाइट के रूप में दिखाई देती है। हैरानी की बात यह है कि इस प्रोसेस में बेहद कम गर्मी पैदा होती है, इसलिए इसे "ठंडी रोशनी" भी कहा जाता है।

    क्यों चमकते हैं जुगनू?

    अब सवाल उठता है कि यह रोशनी सिर्फ रात में ही क्यों दिखाई देती है? इसके पीछे जुगनू के जीवन का सबसे जरूरी लक्ष्य छिपा है- रिप्रोडक्शन और कम्युनिकेशन।

    • पार्टनर को आकर्षित करना- रात का अंधेरा जुगनू के लिए एक परफेक्ट स्टेज की तरह है। जुगनू की अलग-अलग प्रजातियों की अपनी एक चमक होती है। नर जुगनू उड़-उड़ कर इस लय में लाइट सिग्नल्स भेजते हैं। दूर बैठी मादा जुगनू इस 'कोड' को पहचान लेती हैं और उसी पैटर्न में जवाब देती हैं। इस तरह, अंधेरे में भी वे एक-दूसरे को ढूंढ लेते हैं। दिन के उजाले में यह इनकी रोशनी दिखाई ही नहीं देती, इसलिए यह पूरी प्रक्रिया रात में ही मुमकिन है।
    • सेल्फ-डिफेंस- जुगनू की यह चमक उनकी सुरक्षा के काम भी आती है। इस चमकदार संकेत का मतलब शिकारियों के लिए एक चेतावनी होता है। जुगनू के शरीर में कुछ ऐसे रसायन होते हैं जो उन्हें जहरीला या बेस्वाद बनाते हैं। शिकारी, जैसे- चिड़ियां य मेंढक इस चमक को देखकर उनसे दूर ही रहते हैं।

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