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    दिल्ली कैंट में यूट्यूबर प्रदीप ढाका ने विधायक के बेटे पर लगाया मारपीट का आरोप, दोनों पक्षों से शिकायत दर्ज

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 06:00 AM (IST)

    दिल्ली कैंट में यूट्यूबर प्रदीप ढाका ने विधायक वीरेंद्र सिंह कादियान के बेटे अंकित पर मारपीट का आरोप लगाया है, जबकि अंकित ने भी प्रदीप के खिलाफ शिकायत ...और पढ़ें

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    यूट्यूबर प्रदीप ढाका। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। दिल्ली कैंट थाना में यूट्यूबर प्रदीप ढाका ने दिल्ली कैंट विधानसभा क्षेत्र के विधायक वीरेंद्र सिंह कादियान के बेटे अंकित पर मारपीट का आरोप लगाया है। अंकित अधिवक्ता हैं। इसी मामले में अंकित की ओर से से भी प्रदीप ढाका के खिलाफ लिखित शिकायत दी गई है।

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    अभी इस मामले में किसी भी पक्ष की शिकायत पर प्राथमिकी नहीं हुई है। विधायक ने वीरेंद्र सिंह कादियान ने इस पूरे मामले में अपने और अपने बेटे पर लगे आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह मामला रील बनाने से जुड़ा है, जिससे लोगों को दिक्कत हो रही थी।

    10 दिसंबर को दी थी शिकायत

    इस मामले में यूट्युबर प्रदीप ढाका 10 दिसंबर को शिकायत दी है। शिकायत में प्रदीप ने आरोप लगाया है कि वह छतरपुर स्थित आश्रम से दर्शन कर वापस अपने घर आ रहे थे। रात लगभग 11.33 बजे जब वह दिल्ली कैंट इलाके में पहुंचे तो एक गाड़ी उनका पीछा करने लगी।

    गाड़ी ने सायरन बजाया और डीपर दिया। जिसके बाद साइड दे दी और प्रदीप नीचे उतर कर गाड़ी के पास पहुंचा तो उसने देखा कि गाड़ी में पांच लोग थे और सभी नशे के हालत में थे। आरोप है कि इसमें से एक का नाम अंकित था। सभी ने प्रदीप के साथ गाली गलौच शुरू कर दी और उसका गला पकड़ने की कोशिश की, इसकी जेब फाड़ दी, जिसमें 84 सौ रुपए थे।

    प्रदीप ने इस दौरान दो बार पुलिस को वारदात की सूचना दी। जब आरोपित वहां से भागने लगे तो पीड़ित ने उसका पीछा किया और पुलिस बूथ पर पहुंचकर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को वारदात की जानकारी दी। आरोप है कि इसी दौरान पांचों आरोपित वहां आ गए और उन्होंने पीड़ित पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की।

    समझौते पर दस्तखत कराने का आरोप

    इसी दौरान पीसीआर वहां आ गई। पुलिस को देखकर आरोपित वहां से भाग गए। पुलिस पीड़ित को लेकर वहां थाने आ गई। कुछ देर बाद थाने में विधायक भी आ गए। पीड़ित का आरोप है कि विधायक ने उन्हें गाली दी। पीड़ित का आरोप है कि विधायक और पुलिस ने जबरन उनके एक समझौते के दस्तावेज पर हस्ताक्षर ले लिए और धमकी देकर थाने जाने के लिए कहा दिया।

    पीड़ित का आरोप है कि यह सभी वीड़ियों थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हुआ है। घर आने के बाद पीड़ित ने परिजनों को आपबीती बताई और फिर 10 दिसम्बर को पुलिस को शिकायत दी है। उधर विधायक का कहना है कि प्रदीप ने थाने में स्वयं अपनी गलती मानी है।

    थाने में गाली देने की बात पर उनका कहना है कि वहां पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे, क्या कोई पुलिस अधिकारी के समक्ष किसी को गाली दे सकता है। सच्चाई यह है कि ये लोग पुलिस बूथ के सामने ही रील बना रहे थे, जिससे लोगों को दिक्कत हो रही थी।