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    छठ पूजा के लिए यमुना तैयार, दिल्ली सरकार का कालिंदी कुंज में झाग पर नियंत्रण का दावा

    Updated: Thu, 16 Oct 2025 09:01 PM (IST)

    दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के लिए यमुना नदी को तैयार करने का दावा किया है। सरकार का कहना है कि कालिंदी कुंज में नदी के पानी में दिखने वाले झाग को नियंत्रित कर लिया गया है, जिससे छठ पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं होगी। सरकार यमुना नदी को साफ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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    फाइल फोटो।

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रदूषण के कारण यमुना में वर्ष 2021 से छठ पूजा मनाने पर रोक थी। दिल्ली की भाजपा सरकार ने इस प्रतिबंध को हटाने के साथ ही तैयारी शुरू कर दी है। पूर्व वर्षों की तुलना में इस बार सितंबर में नदी का पानी साफ है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दावा किया है इस बार कालिंदी कुंज में झाग की समस्या नहीं होगी। इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। वहां पर पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए दिल्ली जल बोर्ड द्वारा अस्थायी लैब भी बनाया गया है। बृहस्पतिवार को कालिंदी कुंज में जैव रसायन आक्सीजन मांग (बीडीओ) की मात्रा 4 मिलीग्राम प्रतिलीटर पाई गई। यह मानक के अनुरूप है।

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    लैब रिपोर्ट भी जांची गई

    प्रतिबंध के बाद भी कई लोग यमुना में छठ पूजा करते थे। कालिंदी कुंज क्षेत्र में झाग के बीच खड़े होकर सूर्य भगवान को अर्घ्य देने की तस्वीर सामने आती थीं और उसे लेकर राजनीतिक बयानबाज होती थी। मुख्यमंत्री ने कालिंदी कुंज क्षेत्र में यमुना नदी की सफाई और झाग नियंत्रण की तैयारी का निरीक्षण किया। वहां लैब रिपोर्ट भी देखी।

    अमोनिया के घटने और फास्फेट के बढ़ने से आ रहा झाग

    उन्होंने कहा, पहले बीओडी शून्य तक चला जाता था, जिसमें किसी भी जलीय जीव का जीवित रहना असंभव था। एसटीपी के उन्नयन, नालों से गाद निकालने के कारण यमुना पहले से साफ हुई है। झाग बनने का मुख्य कारण पानी में फास्फेट का स्तर बढ़ना है। अभी यह 0.2 मिलीग्राम प्रति लीटर है।

    इसकी मात्रा 2 से ऊपर होने पर झाग बनना शुरू हो जाते हैं। यमुना में अमोनिया का स्तर भी अब बहुत कम हो गया है। उन्होंने दावा किया कि झाग नियंत्रण के लिए उपयोग किए जाने वाले डी-फार्मर और अन्य रासायनिक प्रक्रियाएं पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल और प्रमाणित हैं। सभी रसायन पर्यावरण, जल जीवन और जलीय जीवों के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित हैं।

    पुराने वीडियो से बढ़ा रहे भ्रम

    उन्होंने कुछ लोगों पर पुराने वीडियो व फोटो डालकर यमुना की स्थिति पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। लोगों से सतर्क रहने को कहा। इस बार छठ पर्व के दौरान यमुना में झाग नहीं होगी, श्रद्धालु साफ पानी में सूर्य भगवान को अर्घ्य देंगे। पिछले वर्ष तक एक-एक मीटर ऊंचे झाग बनते थे। कई लोग उसमें खड़े होकर पूजा करते थे।

    सामूहिक अभियान चल रहा

    समस्या दूर करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड और पर्यावरण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी लगातार यमुना की सफाई के काम लगे हुए हैं। दिल्लीवासियों के सहयोग से यमुना को पुनर्जीवित करने का सामूहिक अभियान चल रहा है। उनके साथ दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा भी थे।

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