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    एशिया के सबसे बड़े कंप्यूटर मार्केट में पानी की किल्लत, 15 हजार से ज्यादा दुकानदार परेशान

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 03:40 PM (IST)

    दक्षिणी दिल्ली के नेहरू प्लेस में एक हफ्ते से पानी की किल्लत है, जिससे व्यापारी और ग्राहक परेशान हैं। निजी टैंकरों पर प्रतिबंध के बाद यह संकट गहरा गया है। व्यापारी छोटे टैंकरों से काम चला रहे हैं, पर आपूर्ति पूरी नहीं हो पा रही। एसोसिएशन ने अधिकारियों को पत्र लिखकर सरकारी टैंकरों से पानी की व्यवस्था करने की मांग की है, अन्यथा दुकानें बंद करने की चेतावनी दी है।

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    जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। एशिया के सबसे बड़े कंप्यूटर मार्केट नेहरू प्लेस में पिछले एक हफ्ते से एक हफ्ते से पानी की किल्लत बनी हुई है। निजी टैंकरों से पानी की आपूर्ति बंद होने के बाद से सभी टावर्स में पेयजल संकट गहरा चुका है, जिससे व्यापारी, कर्मचारी और ग्राहक परेशान हैं।

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    व्यापारी छोटे टैंकर मंगवाकर काम चला रहे हैं, लेकिन इससे आपूर्ति पूरी नहीं हो पा रही है। खपत के मुताबिक पानी की उपलब्धता नहीं होने से व्यापारियों के आगे गंभीर परेशानी हुई है और उनका कहना है कि हालात यही रहे तो जल्द मार्केट बंद होने की कगार पर होगा।

    दरअसल, नेहरू प्लेस की व्यवसायिक इमारतों में जल बोर्ड से पेयजल आपूर्ति नहीं होने से व्यवसायी पूरी तरह निजी टैंकरों पर ही निर्भर हैं। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की ओर से हाल ही में निजी टैंकरों पर प्रतिबंध लगने के बाद से मार्केट में पानी की परेशानी हो चुकी है।

    ऑल नेहरू प्लेस डेवलपमेंट एंड वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, जल मंत्री, डीडीए कमिश्नर, दिल्ली जल बोर्ड सहित तमाम अधिकारियों को पत्र भी लिखा है। इसमें बताया है कि निजी टैंकरों पर प्रतिबंध से त्योहारी सीजन में व्यापारी, कर्मचारी और ग्राहक पीने के पानी, स्वच्छता और सेनिटेशन सुविधाओं से जूझ रहे हैं। नियमित आपूर्ति बहाल होने तक नेहरू प्लेस में सरकारी टैंकरों की तत्काल व्यवस्था करने की मांग की गई है।

    15 हजार से ज्यादा दुकानें हैं मार्केट में

    नेहरू प्लेस में कुल 110 टावर हैं, जिनमें 15 हजार से ज्यादा व्यवसायिक दुकानें व कार्यालय हैं। इनमें करीब डेढ लाख व्यवसायी व कर्मचारी कार्यरत हैं। मार्केट में दिल्ली जल बोर्ड से नियमित आपूर्ति नहीं होने पर निजी टैंकरों पर निर्भरता है। सभी टावर्स ने अंडरग्राउंड टैंकर बनाए हुए हैं, जहां टैंकर मंगवाकर पानी भरा जाता है। पिछले एक हफ्ते से ये टैंकर नहीं पहुंचने से अंडरग्राउंड टैंक का रिजर्व पानी भी खत्म हो चुका है।

    यह भी पढ़ें- दिल्ली में पेड़ कटाई मामले में एनजीटी का बड़ा फैसला, डीसीएफ को दिए कार्रवाई के निर्देश

    रोजाना करीब दो लाख खरीदार आते हैं

    नेहरू प्लेस एशिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रानिक्स व आइटी मार्केट है, जहां कंप्यूटर, मोबाइल, और अन्य इलेक्ट्रानिक सामानों की खरीदारी के लिए रोजाना करीब दो से ढाई लाख लोग पहुंचते हैं। यहां थोक और खुदरा विक्रेताओं से नए और पुराने दोनों तरह के इलेक्ट्रानिक आइटम वाजिब कीमतों पर मिल जाते हैं। साथ ही कंप्यूटर, मोबाइल आदि इलेक्ट्रानिक्स सामानों की मरम्मत भी होती है।

    आंकड़े

    • 110 कुल टावर हैं नेहरू प्लेस में
    • 15 हजार से ज्यादा दुकानें और कार्यालय हैं
    • 1.5 लाख लोग कार्यरत हैं
    • 02 लाख करीब खरीदार रोजाना पहुंचते हैं।

    एक हफ्ते से निजी टैंकर नहीं आ रहे हैं। एशिया की इतनी बड़ी मार्केट जहां त्योहारी सीजन में भीड़भाड़ बढ़ी हुई है पानी के संकट ने परेशानी बढ़ा दी है। सरकार और संबंधित विभागों को पत्र लिखकर दिल्ली जल बोर्ड के टैंकरों से पानी की आपूर्ति की व्यवस्था करने की मांग की है। यही हाल रहा तो हमें दुकानें बंद करने पड़ेंगी। - महिंदर अग्रवाल, प्रधान, आल नेहरू प्लेस डेवलपमेंट एंड वेलफेयर एसोसिएशन

    हम लोग करोड़ों का टैक्स देते हैं लेकिन पानी तक नहीं मिल रहा है। लगातार पानी की किल्लत से कारोबार चलाना मुश्किल हो चुका है। पानी के बिल भरने के बावजूद निजी टैंकरों से पानी खरीदते हैं और हफ्ते भर से वो भी नहीं मिला है। छोटे टैंकर मंगाने पड़ रहे हैं, उन्होंने कीमतें दोगुना तक बढ़ा दी है। - स्वर्ण सिंह, महासचिव, आल दिल्ली कंप्यूटर ट्रेडर्स एसोसिएशन