दिल्ली में 1 जुलाई से इन वाहनों को नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल, सरकार और पुलिस ने कर ली पूरी तैयारी
दिल्ली सरकार ने 1 जुलाई से 10 साल से पुराने डीजल और 15 साल से पुराने अन्य वाहनों को ईंधन न देने का फैसला किया है। यह कदम वायु प्रदूषण को कम करने के लिए उठाया गया है, क्योंकि वाहनों का धुआं प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। ऐसे वाहनों को जब्त भी किया जा सकता है। दिल्ली के कई पेट्रोल पंपों पर पुराने वाहनों की पहचान के लिए एनपीआर कैमरे लगाए गए हैं। परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस ने इस योजना के लिए पूरी तैयारी कर ली है और उन्हें लोगों व डीलरों से सहयोग की उम्मीद है।

फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में दस वर्ष और उससे अधिक पुराने डीजल वाहनों और 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों को ईंधन नहीं मिलेगा। इसके लिए दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस पूरी तैयारी कर चुकी है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएएम) के मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दिल्ली सरकार के परिवहन सचिव निहारिका राय और ट्रैफिक पुलिस के विशेष सचिव अजय चौधरी ने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि इस पहल से दिल्ली में कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं आएगी। लोग और डीलर सहयोग करेंगे।
विरेन्द्र शर्मा, तकनीकी सदस्य, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग
एनसीआर के वातावरण में पीएम 2.5 के कारण होने वाले प्रदूषण में वाहनों के धुंए की भागीदारी 28 प्रतिशत है। सल्फर आक्साइड के प्रदूषण में 41 प्रतिशत और नाइट्रोजन ऑक्साइड के प्रदूषण में 78 प्रतिशत है।
सबसे बड़ी चुनौती है कि बीएस 6 से कम मानक के वाहन चल रहे हैं। अकेले दिल्ली में 62 लाख वाहन उम्र पूरी कर चुके हैं। जिसमें 41 लाख दोपहिया और 18 लाख चार पहिया वाहन हैं।
एनसीआर से संबंधित हरियाणा के जिलों में ऐसे वाहन 27.5 लाख, उत्तर प्रदेश में 12.4 लाख और राजस्थान में 6.1 लाख हैं। एनपीआर कैमरे लगने की पहल दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने की। इसके बाद सीएक्यूएएम ने पूरे एनसीआर में ये कैमरे लगाने की समय सीमा तय की है।
निहारिका राय, परिवहन सचिव, दिल्ली सरकार
परिवहन विभाग ने जागरूकता के लिए काफी प्रचार प्रसार किया है। डीलर और सतर्कता एजेंसियों के साथ बैठक भी है। एक जुलाई से उम्र पूरी कर चुके कोई वाहनों को पेट्रोल व डीजल नहीं दिया जाएगा।
ऐसे वाहन जब्त किए जाएंगे। जिन पेट्रोल पंपों पर उम्र पूरी कर चुके वाहन अधिक आते हैं ऐसे हाट स्पाट पर अभी उन पर फोकस अधिक होगा। दिल्ली में अभी 498 फ्यूल स्टेशनों पर एनपीआर कैमरे लग चुके हैं।
इसमें 382 पेट्रोल व डीजल फ्यूल स्टेशन और 116 सीएनजी स्टेशन शामिल हैं। डीलर सहयोग करेंगे। परिवहन विभाग ने जो टीम गठित की है उसमें डीलरों के प्रतिनिधि इसमें शामिल किए गए हैं।
अजय चौधरी, विशेष आयुक्त, ट्रैफिक पुलिस
उम्मीद है कि कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं आएगी। इसके लिए पुलिस ने पूरी तैयारी की है और लोग स्वैच्छा से ऐसे वाहन जमा करा देंगे।
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