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    आतंकी उमर नबी बट की दहशतगर्दी का नेटवर्क उजागर, चाइनीज चैट ग्रुप, 5 सिमकार्ड और IED टेस्टिंग के सबूत मिले

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 10:50 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर में आतंकी उमर नबी बट के आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों को उसके पास से चाइनीज चैट ग्रुप, 5 सिमकार्ड और आईईडी टेस्टिंग के सबूत मिले हैं। जांच में पता चला है कि वह चाइनीज चैट ग्रुप के जरिए आतंकियों के संपर्क में था। सुरक्षा एजेंसियां अब इस नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं।

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    फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लाल किला के बाहर मानव बम बनकर फिदायीन हमला करने वाला जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी डाॅ. उमर नबी बट पांच सिमकार्ड का इस्तेमाल कर रहा था। जांच एजेंसी सीडीआर निकाल कर उसके सभी संपर्क के लोगों से गहन पूछताछ कर रही है। इससे पहले उमर के दो ही सिमकार्ड का पता था। यही नहीं उमर ने चाइनीज भाषा में अपने साथियों का एक वाट्सएप ग्रुप बनाया था। ये सभी उसमें चाइनीज में बात करते थे। धमाके के मामले में गिरफ्तार छह आतंकियों से पूछताछ से जांच एजेंसी को यह जानकारी मिली है।

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    आईईडी टाइमर मैकेनिज्म डिवाइस का प्रयोग

    जांच एजेंसी अब तक धमाके के तरीके को लेकर किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है कि आखिर उमर ने कार में धमाके के लिए क्या तरीका अपनाया था। माना जा रहा कि धमाके को हाफ प्रीपेयर आईईडी टाइमर मैकेनिज्म डिवाइस से अंजाम दिया गया हो।

    एसिटोन यानी नेल पालिश रिमूवर और पिसी हुई चीनी का भी विस्फोटक बनाने में प्रयोग हुआ हो। सूत्रों के मुताबिक, जुलाई 2023 में नूंह में हुई हिंसा और मार्च 2023 में नासिर जुनैद की भिवानी में हुई हत्या की घटनाओं ने उमर को खौफनाक साजिश रचने के लिए प्रेरित किया।

    9 भाषाओं का जानकार था उमर

    उमर के साथी आतंकियों से जांच एजेंसी को पता चला कि वह अपने डाॅ. माड्यूल सर्कल में खुद को अमीर यानी सबसे बड़ा नेता कहता था। अमीर को उर्दू में "राजकुमार", "सेनापति" या "शासक" भी कहा जाता है। वह खुद से ज्यादा काबिल व पढ़ा लिखा किसी को नहीं समझता था। उसे नौ से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान था, जिसमें हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, फारसी, अरबी, चाइनीज व फ्रेंच आदि शामिल है।

    बन सकता था न्यूक्लियर विज्ञानी

    गिरफ्तार डाॅ. मुज्जमिल ने जांच एजेंसी को बताया कि वह इतना तेज दिमाग का युवा था कि न्यूक्लियर विज्ञानी भी बन सकता था। वह सभी को एकजुट करके रखता था, जिससे उसकी बात कोई नहीं काट पाता था। वह डाॅ. मुजम्मिल, डाॅ. अदील, डा शाहीन और मुफ्ती इरफान को हमेशा यह कहता था कि देश का माहौल खराब हो गया है, जेनोसाइड (नरसंहार) हो सकता है, इसलिए हम सभी को तैयार रहना चाहिए।

    सुरक्षाबलों से करता था नफरत

    जम्मू-कश्मीर में धारा-370 हटने के बाद से वहां तैनात सुरक्षाबलों से नफरत करने लगा था। नफरत की वजह से वह सुरक्षा बलों को मारने के मकसद से फरीदाबाद में अपने साथियों की मदद से विस्फोटक जमा कर रहा था, ताकि उसे जम्मू-कश्मीर ले जाकर सैन्य ठिकानों में धमाका कर अधिक से अधिक सैन्य कर्मियों को मार सके।

    नूंह से लेकर आता था यूरिया

    सूत्रों के मुताबिक, कुबूलनामे में मुजम्मिल ने बताया कि उमर उसके साथ ही नूंह से यूरिया लेकर आता था और उससे विस्फोटक बनाने के लिए टेस्टिंग करता था। अल फलाह यूनिवर्सिटी के अपने कमरा नंबर चार में वह टेस्टिंग करता था। उमर के एक सूटकेस में रखे दस्तावेज से भी जांच एजेंसी को कई जानकारी मिली हैं। पूछताछ में मुजम्मिल ने बताया वह, उमर, अदील, शाहीन व मुफ्ती इरफान के साथ मिलकर बड़ी साजिश का तानाबाना बुन रहा था। उसका लीडर उमर ही था। उसने वाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसका एडमिन उमर ही था और वह ग्रुप उमर ने चाइनीज भाषा में बनाया था। उसमें सभी की सिर्फ चाइनीज भाषा में बातें होती थीं।

    डाॅ. शाहीन से प्यार करता था मुजम्मिल

    उमर व अदील पहले से एक-दूसरे को जानते थे, क्योंकि अदील, उमर का जूनियर था। मुजम्मिल, डाॅ. शाहीन से प्यार करता था। मुजम्मिल की मुलाकात डाॅ. शाहीन से अल फलाह यूनिवर्सिटी में ही हुई थी। मुजम्मिल और मुफ्ती इरफान की पहली मुलाकात जम्मू कश्मीर में एक बुजुर्ग महिला की बीमारी का इलाज करने के दौरान एक घर में हुई थी।

    मुफ्ती इरफान आतंकी संगठन अंसार उल हिंद के एक आतंकी हाफिज त्रात्रे के साथ पहले से जुड़ा हुआ था। 2021 में त्रात्रे के मुठभेड़ में मारे जाने पर मुजम्मिल ने 2021 में अंसार गजवत उल हिंद आतंकी संगठन ज्वाइन कर लिया था। बातों ही बातों में उसकी और मुफ्ती की दोस्ती हो गई थी।

    2022 में अंसार गजवत उल हिंद आतंकी संगठन डी एक्टिवेट हो गया था। इसके बाद पहली बार पांचों ने फरवरी 2022 में श्रीनगर में इकट्ठा होकर मीटिंग की थी। वहीं से इस डाॅ. माॅड्यूल का पहला चैप्टर शुरू हुआ था। 2022 में ही एक तौफेल नाम के शख्स ने इस माॅड्यूल को एके-47 दी थी।

    2022 में ही उमर से बात कर उसकी सोच और उसके नाॅलेज ने सभी को उमर का फैन बना दिया था। सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी को उमर से पांच सिमकार्ड के बारे में जानकारी मिली है, जिनके सीडीआर निकालकर उसके संपर्क के सभी लोगों को नोटिस भेज पूछताछ की जा रही है।

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