दिल्ली में 10वीं के छात्र आत्महत्या मामले में शिक्षा मंत्रालय ने गठित की जांच समिति, तीन दिन में देनी होगी रिपोर्ट
सेंट कोलंबस स्कूल के छात्र की आत्महत्या के मामले में शिक्षा मंत्रालय ने पांच सदस्यीय जांच टीम गठित की है। घटना के बाद छात्रों का प्रदर्शन जारी है, वे स्कूल प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं। मंत्रालय ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है और शांति बनाए रखने की अपील की है। जांच टीम सभी संबंधित पक्षों से बात करेगी और कारणों का पता लगाएगी।

छात्र की आत्महत्या करने के मामले में दिल्ली में बढ़ता जा रहा है प्रदर्शन। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी के सेंट कोलंबस स्कूल के 10वीं के छात्र के आत्महत्या मामले में शिक्षा मंत्रालय ने उच्चस्तरीय जांच समिति गठित कर दी है। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि समिति घटना के सभी पहलुओं तथ्यों, कारणों और प्रशासनिक जिम्मेदारी की जांच कर तीन दिन के अंदर शिक्षा निदेशालय की शिक्षा निदेशक वेदिता रेड्डी को रिपोर्ट सौंपेगी।
समिति की अध्यक्षता करेंगे हर्षित जैन
पांच सदस्यीय जांच समिति में संयुक्त निदेशक हर्षित जैन को चेयरमैन बनाया गया है। अन्य सदस्यों में डीडीई (सेंट्रल/न्यू दिल्ली) अनिल कुमार, डीडीई (जोन 26) पूनम यादव, प्रधानाचार्य कपिल कुमार गुप्ता और प्रधानाचार्य सरिता देवी शामिल हैं।
सूद ने कहा कि समिति तथ्यात्मक स्थिति, परिस्थितियों, कारणों और जिम्मेदारियों का निर्धारण करते हुए विश्लेषणात्मक रिपोर्ट तैयार करेगी। इसमें आवश्यक सुधारात्मक कदम और स्पष्ट सिफारिशें भी शामिल की जाएंगी।
मानसिक प्रताड़ना का आरोप
दरअसल, पुलिस को दी शिकायत में छात्र के पिता ने बताया कि वह परिवार के साथ राजेंद्र नगर में रहते हैं। परिवार में पत्नी व एक बेटा है। उनका करोल बाग में सोने का आभूषण का व्यापार है। पीड़ित के अनुसार उनका बेटा एक नामी स्कूल में कक्षा 10वीं का छात्र था।
उन्होंने शिकायत में पुलिस को बताया कि उनका बेटा अक्सर उनकी पत्नी व उनसे स्कूल की शिक्षिका के बारे में शिकायत करता था। वह बताता था कि प्रधानाचार्य, समन्वयक, एसएसटी वाली शिक्षिका और एक अन्य शिक्षिका उसे छोटी-छोटी बात पर डांटती हैं और उसे प्रताड़ित करती हैं।
मेट्रो स्टेशन से कूदकर दे दी जान
बेटे की शिकायत के बाद उन्होंने कई बार प्रधानाचार्य व शिक्षिका से संपर्क किया। इसके बाद भी वे छात्र को मानसिक रूप से परेशान कर रही थीं। मंगलवार को वह अपनी माता के ऑपरेशन के लिए कोल्हापुर गए थे और उनका बेटा भी प्रतिदिन की तरह सुबह स्कूल गया था।
दोपहर करीब 02:45 बजे किसी ने उन्हें काॅल करके बताया कि उनका बेटा राजेंद्र नगर मेट्रो से नीचे गिर गया है। उसे बीएल कूपर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसके बाद उन्होंने अन्य स्वजन को इसके बारे में जानकारी दी और उनको अस्पताल जाने के लिए कहा। इसके बाद उन्हें पता चला कि उनके बेटे की मौत हो गई है। उसने मेट्रो स्टेशन से नीचे कूदकर आत्महत्या की है।

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