Delhi Murder Case: आफताब के कमरे पर फिर पहुंची दिल्ली पुलिस, नार्को टेस्ट कराने की तैयारी
Shraddha Murder Case Live Updates आफताब अमीन पूनावाला अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की बर्बरता से हत्या को लेकर पुलिस पूछताछ में धीरे-धीरे सारे राज खोल रहा है। इस बीच, दिल्ली की साकेत कोर्ट से श्रद्धा की हत्या के आरोपित आफताब का नार्को टेस्ट कराने की इजाजत मांगी गई है।

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Shraddha Murder Case Live Updates : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के महरौली इलाके में हुए श्रद्धा हत्याकांड को लेकर लोगों में रोष हैl सोशल मीडिया पर लोग आरोपित आफताब (Aaftab Amin Poonawala) के लिए कड़ी से कड़ी सजा की अपील कर रहे हैं। एक बार फिर पुलिस जांच के दौरान आफताब के कमरे पर शाम को जांच करने के लिए पहुंची है।
आफताब का नार्को टेस्ट कराने की तैयारी
दिल्ली पुलिस अब आफताब का नार्को टेस्ट कराने की तैयारी में जुट गई। पुलिस ने इसके लिए दक्षिणी दिल्ली की साकेत कोर्ट से अनुमति मांगी है। पुलिस सूत्रों का कहना कि आफताब जांच भटकाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में नार्को टेस्ट से कई राज सामने लाने में मदद मिल सकती है।
डेटिंग ऐप से संपर्क में आए थे श्रद्धा और आफताब
श्रद्धा और आफताब डेटिंग ऐप बंबल के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। बाद में वे एक कॉल सेंटर में साथ काम करने लगे। जब श्रद्धा के परिवार ने इस रिश्ते पर आपत्ति जताई तो वे दिल्ली चले आए और महरौली में रहने लगे।
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दिल्ली पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, श्रद्धा का कातिल आफताब जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। वह श्रद्धा के मोबाइल फोन और जिस हथियार से शव के कई टुकड़े किए उसकी जानकारी पुलिस को नहीं दे रहा है। इस मामले में जांच तेज करने के लिए पुलिस श्रद्धा के पिता को मुंबई से दिल्ली बुला सकती है।
अपनी गर्लफ्रेंड श्रद्धा वाकर की हत्या के बाद उसका फोन इस्तेमाल करना आफताब के गले की फांस बन गया। पुलिस से इससे आफताब के खिलाफ मजबूत सुराग मिला। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आफताब श्रद्धा की मई में हत्या करने के बाद उसके फोन से उसके दोस्तों से जुलाई तक श्रद्धा बनकर चैटिंग करता था।
श्रद्धा वॉकर हत्याकांड को लेकर रोज नए खुलासे सामने आ रहे हैं। ताजा जानकारी यह है कि श्रद्धा को मई में मौत के घाट उतारा गया था। इसके बाद भी आफताब उसके एटीएम और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करता रहा। जानकारी के मुताबिक, आफताब ने श्रद्धा के बैंक खाते से ऑनलाइन पैसे भी ट्रांसफर किये थे। आफताब की इस गलती से पुलिस को केस में काफी मदद मिली।
महरौली के जंगल में बुधवार सुबह करीब आठ बजे डॉग स्क्वाड के साथ पहुंची दिल्ली पुलिस की टीम सबूतों की तलाश में जुटी हुई है। एफएसएल टीम भी साथ में मौजूद है। इसके साथ ही करीब दर्जन भर पुलिसकर्मी जंगल में तैनात हैं और सबूतों की तलाश जारी है।

श्रद्धा और आफताब जब दिल्ली शिफ्ट हो गए तो यह बात उसने अपने क्लासमेट लक्ष्मण से शेयर की थी। लक्ष्मण श्रद्धा के पिता के संपर्क में था, इसलिए उन्हें बेटी के बारे में जानकारी मिल जाती थी। इसके साथ ही उन्हें बेटी के सोशल मीडिया अकाउंट से भी उसकी जानकारी मिलती थी।
आफताब और श्रद्धा पहले मुंबई के नयागांव और बाद में वसई में रहने लगे थे। कोरोना काल के दौरान वर्ष 2020 में श्रद्धा की मां की मौत हो हुई तो वह अपने पिता से मिली थी। इस दौरान श्रद्धा के दोस्तों से पिता को मालूम चला था कि दोनों में झगड़ा होता है और आफताब श्रद्धा की पिटाई भी कर देता है। यह जानने के बाद पिता ने श्रद्धा को घर रुकने के लिए कहा था, लेकिन उसने पिता की बात नहीं मानी।

दिल्ली पुलिस ने बुधवार को श्रद्धा हत्याकांड के आरोपित आफताब के फ्लैट पर क्राइम सीन रिक्रिएट किया है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस को अभी तक आफताब के परिवार के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है।
अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वॉकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार आफताब अमीन पूनवाला को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपित ने पहले भी उसे मारने की कोशिश की थी, लेकिन जब श्रद्धा रोने लगी तो उसने अपना इरादा बदल दिया। उस दिन भी आफताब और श्रद्धा के बीच शादी की बात को लेकर बहस हुई थी।
लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वॉकर की हत्या के आरोपित आफताब अमीन पूनावाला का परिवार करीब एक पखवाड़े पहले मुंबई के पास स्थित अपना घर छोड़कर चला गया था। पड़ोसियों ने बताया कि आफताब परिवार को शिफ्ट कराने में मदद के लिए घर पर आया था। पड़ोसियों ने यह भी बताया कि हाल ही में घर आने के दौरान वह (आफताब) "काफी सामान्य" दिख रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि वे श्रद्धा को जानते हैं, जो कई बार उनके घर आ चुकी हैं।
श्रद्धा हत्याकांड को लेकर मानव व्यवहार एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास) के पूर्व निदेशक एवं वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. निमेष जी देसाई ने बताया कि इस तरह की घटना हिंसात्मक प्रवृत्ति (सायकोपैथिक डिसआर्डर) वाला इंसान ही कर सकता है, जिसमें हिंसात्मक प्रवृत्ति होती है। वह व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर मारपीट करने को उतारू हो जाता है। इस घटना को देखकर ऐसा लगता है कि इसे अंजाम देने वाले आरोपित को अपने किए का कोई पछतावा नहीं है। यही हिंसक प्रवृत्ति की पहचान होती है।
हत्याकांड के बाद दूसरी गर्लफ्रेंड को घर लाए जाने की जानकारी सामने आने बाद दिल्ली पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस एप व मोबाइल डाटा के जरिये ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आफताब इस लड़की के संपर्क में वास्तव में कब से था। इसके अलावा वह लड़की कौन है, जिसे लेकर दोनों के बीच झगड़ा होता था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपित आफताब फ्रीजर में रखे श्रद्धा के कटे हुए सिर पर मेकअप करता था और रोज उसे देखकर उससे बातें किया करता था। इस दौरान बात करते हुए अचानक गुस्सा आने पर उसके गालों पर थप्पड़ भी मारने लगता था। पुलिस पूछताछ के दौरान उसने ये बातें कबूली हैं।

आरोपित के बारे में बात करते हुए चिकित्सक अनिल कुमार ने बताया कि मई में एक घाव का इलाज कराने के लिए आफताब उनके पास पहुंचा था। इस दौरान वह बेहद आक्रामक और बेचैन था, लेकिन वह रोबदार आवाज के जरिये अपने भीतर उठ रहे तूफान को छिपाने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने जब उससे कटने की वजह पूछी तो उसने कहा कि फल काटते समय हाथ में चाकू लग गया।
पुलिस लगातार आफताब के दोस्तों, उसके इंटरनेट मीडिया अकाउंट से घटना को लेकर जानकारी जुटा रही है। उसके पूर्व के प्रेम संबंधों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। इसी के तहत बंबल एप से भी आरोपित के प्रोफाइल की पूरी जानकारी मांगी गई है कि आरोपित श्रद्धा के अलावा और किन-किन लड़कियों के संपर्क में था। श्रद्धा से भी उसकी मुलाकात इसी एप के माध्यम से हुई थी। सूत्रों के अनुसार, श्रद्धा की हत्या के बाद भी आरोपित ने एप की मदद से एक अन्य महिला मित्र बनाई थी।

आफताब के इंटरनेट मीडिया अकाउंट की जांच पड़ताल के दौरान पता चला है कि वह फूड ब्लॉगर है। इसके अलावा उसने अपना शौक हॉरर मूवी देखने को बताया है। हत्याकांड को अंजाम देने से पहले भी आफताब ने हालीवुड की वेब सीरीज डेक्सटर को देखा था। इस सीरीज का जो नायक है, वह भी एक हत्याकांड को बेहद निर्ममता से अंजाम देता है। उसके बाद शव के टुकड़े करके उन्हें भूनकर खाते हुए दिखाया गया है।

आफताब अमीन ने हत्या की वारदात को अंजाम देने से पहले श्रद्धा के साथ मारपीट की ही थी। इसके बाद शव के साथ भी अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। उसने शव के टुकड़े करने के बाद सभी को फ्रिज में रखा। इसके बाद चेहरा, हाथ, कलाई को जलाया था। इसके बाद उन्हें जंगल में फेंक दिया था। सूत्रों के मुताबिक पुलिस पूछताछ में आफताब ने ये बातें कुबूल की हैं। श्रद्धा की पहचान न हो सके इसलिए उसने ऐसा किया था।