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    केजरी-लालू मिलन से शांति भूषण 'अशांत', खतरे में AAP की मान्यता!

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Mon, 23 Nov 2015 07:28 AM (IST)

    नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अरविंद केजरीवाल और लालू प्रसाद यादव की गलबहियां पर तंज कसते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि क्या इस बात को लेकर वह ...और पढ़ें

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    नई दिल्ली। नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह के मंच पर लालू से गले मिलने पर आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य व पूर्व केंद्रीय मंत्री शांति भूषण ने हमला बोला है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा पत्रकार वार्ता की। उन्होंने आम आदमी पार्टी की मान्यता रद कराने के लिए कोर्ट जाने तक धमकी दी है।

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    केजरीवाल ने लालू को नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार को लगाया गले

    उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर सीधे हमला करते हुए कहा कि केजरीवाल ने लालू यादव से गले मिलकर अब यह संदेश दिया है कि वह अब भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्टाचारियों के साथ हैं। ऐसे में मैं देश हित में जाऊंगा कोर्ट। पार्टी की मान्यता रद करने की मांग करूंगा।

    यह आदमी पार्टी नहीं, बल्कि अरविंद पार्टी बन गई है, सिंगल मैन पार्टी। जिस आइडियल पार्टी की कल्पना को लेकर इसकी स्थापना की गई थी, केजरीवाल ने तमाम लोगों के उस सपने को तोड़ दिया है। सारे आदर्शवाद को ताख पर रख दिया गया।

    'लालू के साथ' पर जताया एतराज

    नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अरविंद केजरीवाल और लालू प्रसाद यादव की गलबहियां पर तंज कसते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से खड़ी हुई आम आदमी पार्टी के यह दुखद है। उन्होंने लालू-केजरीवाल की तस्वीर को लेकर बेहद नाराजगी जताई है।

    उन्होंने कहा कि अन्ना आंदोलन के समय भ्रष्टाचार को लेकर हमने लड़ाई की शुरुआत की। ऐसे में चारा घोटाले में फंसे व बाद में दोषी करार दिए लालू प्रसाद यादव के साथ अरविंद केजरीवाल के मुलाकात प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है।

    कोई नहीं लड़ रहा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई

    भ्रष्टाचार को लेकर दैनिक जागरण द्वारा केजरीवाल और मोदी पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में शांति भूषण ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई जंग नहीं लड़ रहा, जैसा भ्रष्टाचार सभी जगह पहले था वैसा अब भी है।

    राहुल-लालू मिले तो मिले केजरीवाल क्यों मिले
    राहुल गांधी द्वारा लालू से गले मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह राहुल औल उनकी पार्टी का व्यक्तिगत मामला है, वह गले मिलें तो बात समझ में आती भी है, लेकिन केजरीवाल क्यों मिले?

    लालू जबरन गले मिले तो केजरीवाल मुकदमा करें

    राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के अरविंद केजरीवाल से जबरन गले लगाने पर उन्होंने कहा कि क्या इस बात को लेकर वह लालू के खिलाफ एफआइआर कराएंगे?

    'बैठक में आएंगे बाउंसर मैं क्यों जाऊं'

    कल होने वाली आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए न्योता भेजने पर उन्होंने कहा कि यह बैठक दिल्ली में हुई तो जाऊंगा अगर बैठक दिल्ली से बाहर हुई तो नहीं जाऊंगा। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक करनाल रोड पर रखी है। मुझे डर है कि फिर से बाउंसर बुलाए जाएंगे, मैं बैठक में नहीं जाऊंगा।

    बुलाया गया है चमचों को

    आप नेता शांति भूषण ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आमंत्रित अतिथियों की लिस्ट नहीं दी, इसका मतलब है कि अपने चमचों और बाउंसर को बुलाया है। इसको लेकर वह चुनाव आयोग से भी शिकायत करेंगे।

    'केजरीवाल दे दो इस्तीफा'

    पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केजरीवाल को जब आप का राष्ट्रीय संयोजक बनाया गया तब उन्होंने मुझसे कहा कि ये बहुत छोटा पद है। आप जब कहेंगे आप के चरणों में इस्तीफा रख देंगे। आज मैं कह रहा हूं कि इस्तीफा दो। क्या वो इस्तीफा देंगे।

    बन गई एक आदमी की पार्टी

    उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के 295 फाउंडर मेंबर थे। वैकल्पिक राजनीति की उम्मीद में पार्टी का गठन किया गया। एक आदमी की पार्टी बन गई और वह आदमी जाकर लालू यादव से गले मिल रहा है।

    उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को कार्यकाल खत्म हो रहा है, इसलिए 23 को बैठक बुलाई। पहले कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में होनी थी बैठक। वहां सब जा सकते हैं, देख सकते हैं।

    अब करनाल रोड में बैठक हो रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी संविधान का खुल कर उल्लंघन हो रहा है। हम पार्टी को ऐसे ही नहीं चलने देंगे। चुनाव आयोग और कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे।

    नेशनल कॉउंसिल की बैठक का नोटिस 2 हफ्ते पहले दिया जाता है ताकि सब आ सकें। यहां तो 24 की बैठक के बारे में 19 को सूचना दी गई। कई लोगों को 19 को ही सस्पेंड कर दिया गया। कई फाउंडर मेंबर को बुलाया नहीं गया। चमचों को आमंत्रण दिया गया, जो सदस्य ही नहीं हैं।

    पार्टी खाप पंचायत की तरह चल रही है। चुनाव आयोग इनकी मान्यता रद्द कर सकती है। अदालत इनके फैसलों को पलट सकती है।

    बेटा AAP से बाहर, पिता को मिला राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के लिए न्योता

    आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की 23 नवंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए शांति भूषण को भी न्योता भेजा गया है। यह जानकारी शांति भूषण के पुत्र व स्वराज अभियान के नेता प्रशांत भूषण ने ट्वीट के जरिये दी है।

    उन्होंने आप में पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए यह भी कहा है कि बैठक से पहले ही कई नेताओं को निलंबित कर दिया गया है। इस बारे में आप की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। राष्ट्रीय परिषद आम आदमी पार्टी की निर्णायक इकाई है।

    इसमें पार्टी के सभी संस्थापक सदस्य शामिल होते हैं। परिषद ही राजनीतिक मामलों की कमेटी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी का चुनाव करती है। शांति भूषण और प्रशांत भूषण आप के संस्थापक सदस्य हैं। शांति भूषण पार्टी के संरक्षक भी रह चुके हैं।

    गौरतलब है कि प्रशांत भूषण के अलावा पार्टी के संस्थापक सदस्यों योगेंद्र यादव, प्रोफेसर आनंद कुमार, अजित झा सहित कई नेताओं को इसी वर्ष मार्च में पार्टी से निकाल दिया गया था।