कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड की तैयारियों में जुटे जवान, जहरीली हवा और कड़ाके की ठंड भी नहीं डिगा सकी हौसला
दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड की तैयारियां कर्तव्य पथ पर जारी हैं। जवान जहरीली हवा और कड़ाके की ठंड में भी हौसले के साथ जुटे हुए हैं। वे राष्ट्रीय पर्व ...और पढ़ें

गणतंत्र दिवस समारोह से पहले कर्तव्य पथ पर रिहर्सल के दौरान भारतीय वायुसेना के जवान। (फोटो पीटीआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में कड़ाके की ठंड, घना कोहरा और जहरीली हवा ने मिलकर आम लोगों की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी हैं, लेकिन देश की शान जवानों के हौसले पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा।
राजधानी की सर्द सुबह में भी कर्तव्य पथ पर देशभक्ति का जज्बा जोश से लबरेज नजर आया, जब भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों ने 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड की रिहर्सल पूरे जोश और अनुशासन के साथ की।
बुधवार को जवान कदम-ताल मिलाते हुए कर्तव्य पथ पर उतरे। चारों ओर कोहरे की हल्की चादर और हवा में घुला प्रदूषण भी उनके उत्साह को डिगा नहीं सका। जवानों की सधी हुई चाल और दमदार उपस्थिति ने कर्तव्य पथ को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। आसपास मौजूद लोग भी यह दृश्य देखकर खुद को जोश से भरता हुआ महसूस करते दिखे।

हर साल 26 जनवरी को आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस परेड भारतीय लोकतंत्र और सैन्य शक्ति का प्रतीक मानी जाती है। इसकी शुरुआत वर्ष 1950 में हुई थी और तब से यह परंपरा निरंतर जारी है। इस भव्य आयोजन के लिए हफ्तों पहले से रिहर्सल शुरू हो जाती है, ताकि परेड के दिन हर कदम, हर सलामी और हर प्रदर्शन पूरी शान के साथ नजर आए।

मौसम और प्रदूषण से चुनौतियों के बीच कर्तव्य पथ पर जवानों की मेहनत और समर्पण यह संदेश देता है कि देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए कोई भी हालात बाधा नहीं बन सकते।
गणतंत्र दिवस की तैयारियों में जुटे ये जवान न सिर्फ परेड की रिहर्सल कर रहे हैं, बल्कि अपने जज्बे से यह भी दिखा रहे हैं कि कर्तव्य निभाने के आगे ठंड, कोहरा और प्रदूषण भी फीके पड़ जाते हैं।
यह भी पढ़ें- दिल्ली में प्रदूषण का कहर जारी, 70% इलाकों में AQI 'गंभीर'; बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरे की घंटी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।