रामजस कॉलेज की प्रोफाइल
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शीर्ष कॉलेजों की सूची में शुमार रामजस
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शीर्ष कॉलेजों की सूची में शुमार रामजस कॉलेज अपनी स्थापना के 101 वर्ष पूरा कर चुका है। डीयू की स्थापना 1922 में हुई थी जबकि रामजस कॉलेज 1917 से ही शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत है। राय केदारनाथ ने अपने पिता लाला रामजस मल की याद में दरियागंज के अंसारी रोड स्थित भवन में 1912 में रामजस फाउंडेशन की नींव रखी थी। इसके बाद राष्ट्रवाद की अलख जगाने के लिए 1917 में दरियागंज में रामजस कॉलेज शुरू किया गया। उस दौरान कॉलेजों के छात्रों ने आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मसलन, 1942 के भारत छोड़ो आदोलन में कॉलेज के कई छात्रों ने भाग लिया और जेल भी गए। 1954 में रामजस कॉलेज को नार्थ कैंपस में स्थापित किया गया। तब देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कॉलेज का उद्घाटन किया था। वर्तमान में कॉलेज के पास डीयू के अन्य कॉलेजों की तुलना में सबसे बेहतरीन आधारभूत ढांचा है। पाठ्यक्रम
बीए प्रोग्राम, बीए ऑनर्स इंग्लिश, बीए ऑनर्स ¨हदी, बीए ऑनर्स हिस्ट्री, बीए ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस, बीए ऑनर्स संस्कृत, बीए ऑनर्स इकोनोमिक्स, बीए ऑनर्स म्यूजिक, बीकॉम ऑनर्स, बीकॉम प्रोग्राम बीएससी ऑनर्स, बीएससी फिजिकल साइंस विद इलेक्ट्रानिक, बीएससी फिजिकल साइंस विद केमिस्ट्री, बीएससी लाइफ साइंस, बीएससी ऑनर्स फिजिक्स, बीएससी केमिस्ट्री, बीएससी बॉटनी, बीएससी जूलॉजी, बीएससी ऑनर्स मैथमेटिक्स। साथ ही परास्नातक पाठ्यक्रम भी कॉलेज में संचालित हैं। वहीं, कॉलेज में स्कूल ऑफ फॉरेन एंड इंडियन लैंग्वेज है, जो सात विदेशी भाषाओं में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम संचालित करता है। सीटें
स्नातक पाठ्यक्रम में 1500 से अधिक सीटें
हॉस्टल
कॉलेज में दिल्ली से बाहर के छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था है। छात्र हॉस्टल की क्षमता 120 है जबकि छात्रा हॉस्टल की क्षमता 80 है। गतिविधिया
कॉलेज के प्रत्येक विभाग की अपनी सोसायटी है। वर्तमान में 23 से अधिक सोसायटी संचालित हो रही हैं, जिसमें दर्शनशास्त्र विभाग की सोसायटी थिंकर फोरम, वनस्पति विभाग की द ब्लू और ¨हदी परिषद और फोटोग्राफी सोसायटी फोकस प्रमुख हैं। कॉलेज में सबसे अधिक सेमिनार रूम है, जिनकी संख्या आठ है। इसके साथ ही दर्शनशास्त्र की काउंसलिंग के लिए कॉलेज एक यूनिट बनाने का प्रयास कर रहा है। वहीं, कॉलेज में एनएसएस भी है। सुविधाएं
हरित कैंपस, खेल का मैदान, कक्षाओं में छात्रों की पढ़ाई सुगम बनाने के लिए एलसीडी और प्रोजेक्टर लगाए गए हैं। पुस्तकालय
कॉलेज के पुस्तकालय को समग्र पुस्तकालयों में से एक माना जाता है। वर्तमान में कॉलेज के वातानुकूलित व कंप्यूटराइज्ड पुस्तकालय में एक लाख से अधिक पुस्तकें हैं, जिसमें 300 से अधिक छात्र एक साथ बैठ सकते हैं।
एलुमनाई
शेखर सुमन (कलाकार), मनीष झा (फिल्म निर्देशक), चौधरी ब्रह्म प्रकाश (दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री), प्रकाश झा (फिल्म निर्माता, निर्देशक), मनोज वाजपेयी (अभिनेता) कैसे पहुंचे कॉलेज
डीयू के नॉर्थ कैंपस स्थित रामजस कॉलेज में मेट्रो व बस से आसानी से पहुंचा जा सकता है। मेट्रो का सबसे निकटतम स्टेशन येलो लाइन स्थित विश्वविद्यालय है। यहां उतरकर रिक्शा या ऑटो से कॉलेज पहुंचा जा सकता है। प्रिंसिपल की बात
रामजस कॉलेज की प्राथमिकता हमेशा से ही अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करने व छात्रों को उनके ज्ञान व कौशल बढ़ाने के अवसर उपलब्ध कराने की रही है। कॉलेज का माहौल छात्रों को आगामी चुनौतियों से निपटने के लिए पोषित करता है। साथ ही कॉलेज के उदारवादी विचार छात्रों को पंरपरागत व रूढि़वादी विचारों पर सवाल उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
डॉ. मनोज कुमार खन्ना, प्रिंसिपल, रामजस कॉलेज
कॉलेज संपर्क
011 - 27667706
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