बच्चों ने PM मोदी को लिखा पत्र, 'मोदी अंकल, प्लीज कुछ कीजिए...' प्रदूषण पर नागरिकों का 'टेक रियल एक्शन' अभियान शुरू
दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ बच्चों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने का आग्रह किया है। नागरिकों ने 'टेक रियल एक्शन' अभियान शुरू किया है, जिसका ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। ''मोदी अंकल मेरी उम्र सात साल है और मुझे दोस्तों के साथ खेलना पसंद है, लेकिन मैं बाहर खेलने नहीं जा पा रहा हूं। प्लीज कुछ कीजिए। सर मेरे बेटे को अस्थमा है, पिछले एक महीने से प्रदूषण की वजह से उसकी तकलीफ बढ़ी हुई है। दिल्ली गैस चैंबर बन चुकी है, आपसे विनती है तत्काल जरूरी एक्शन लें।" प्रदूषण को लेकर आम नागरिकों 'टेक रियल एक्शन' अभियान शुरू किया है। इसके तहत सरकार को पत्र भेजकर वायु प्रदूषण और पेड़ों की कटाई पर तत्काल कार्रवाई की अपील की जा रही है।
सेहत और भविष्य को सुरक्षित रखने की पहल
इस अभियान का मकसद प्रदूषण के लिए जवाबदेही तय करना, ठोस कदम उठाना और मिलकर काम करने के लिए एक मंच तैयार करना है। लोगों का कहना है कि साफ हवा कोई विशेष अधिकार नहीं, बुनियादी जरूरत है। दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में हालात गंभीर हैं ऐसे में लोगों की सेहत और भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
प्रदूषण पर सरकार नागरिकों का सहयोग ले
अभियान से जुड़ीं अंजलि का कहना है प्रदूषण से हालात बदहाल हैं ऐसे में ये पत्र भेजने का अभियान शुरू किया है। हमारी मांग है कि सरकार प्रभावित इलाकों में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करे और प्रदूषण से निपटने को तत्काल एक्शन प्लान बनाकर लागू करे। प्रदूषण पर सरकार नागरिकों का सहयोग ले और मल्टी-स्टेट सिटीजन कमेटी बनाए ये सुझाव भी दिया है।
दिसंबर में पांच हजार पत्र भेजने का लक्ष्य
अभियान को शुरू करने वाली डाॅ. संजीवनी शर्मा बताती हैं कि इस मुहिम से देशभर से नागरिक जुड़े हैं और रोजाना डाक से पत्र भेज रहे हैं। दिसंबर के अंत तक चलने वाले इस अभियान में प्रधानमंत्री कार्यालय व पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय सहित मुख्य नीति निर्माताओं को पांच हजार पत्र भेजने का लक्ष्य रखा है। हमारा मकसद पर्यावरण के मुद्दे पर लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाना है। लेटर्स फार क्लीन एयर, लेटर्स फार फोरेस्ट और टेक रियल एक्शन हैशटैग के साथ इंटरनेट मीडिया पर अभियान छेड़ा है। इस अभियान के बाद आगे की रूपरेखा तय करेंगे।
पत्र भेजकर उठाई जा रही मांग
- दिल्ली व प्रभावित इलाकों में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित हो।
- सभी इलाकों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को मजबूत किया जाए।
- उद्योग, परिवहन और घरों में नवीकरणीय ऊर्जा के विकल्पों को अपनाने पर जोर हो।
- पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करने वाली औद्योगिक इकाई का लाइसेंस रद्द हो।
- ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को शिफ्ट करें।
- एक्यूआइ मानिटरिंग स्टेशनों को तुरंत ठीक किया जाए।
- सीवेज ट्रीटमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारें।
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