Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पीएफआई नेताओं पर गंभीर आरोप, एनआईए बोली-पड़ोसी देशों से हथियार खरीदने की थी तैयारी

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 07:36 PM (IST)

    राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पीएफआई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एनआईए के अनुसार, पीएफआई नेता पड़ोसी देशों से हथियार खरीदने की तैयारी कर रहे थे। ...और पढ़ें

    Hero Image

    नई दिल्ली, प्रेट्र। एक बार फिर पीएफआई विवादों में आ गया है। गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम से जुड़े मामले में पाॅपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा कि पीएफआई के नेता पड़ोसी देशों से हथियार खरीदने और अपने कैडरों को हथियारों की ट्रेनिंग देने की कोशिश कर रहा था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विशेष लोक अभियाेजक राहुल त्यागी ने मीडिया से बात करते हुए शनिवार को कहा कि अदालत के समक्ष शनिवार को तर्क दिया गया है कि पीएफआई नेता पड़ोसी देशों से हथियार खरीदने की कोशिश कर रहे थे। मीडियाकर्मियों को इन-कैमरा कोर्ट की कार्यवाही को कवर करने की इजाजत नहीं है।

    एनआईए ने शनिवार को विशेष न्यायाधीश प्रशांत शर्मा के समक्ष आरोप लगाया कि पीएफआई अपने कैडरों को आईएस से रणनीति सीखने के लिए सीरिया भी भेज रहा था। पीएफआई ने खास हिट स्क्वाड बनाए थे जो बीजेपी, आरएसएस और वीएचपी नेताओं पर नजर रख रहे थे। अभियोजक ने आरोप लगाया कि यह ग्रुप युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के मकसद से बनाया गया था।

    राहुल त्यागी ने का कि पीएफआई और उसके नेतृत्व के खिलाफ मामला यह है कि उन्होंने भारत में खिलाफत स्थापित करने और शरिया कानून स्थापित करने के मकसद से मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए संगठन बनाया था।

    अदालत पीएफआई के 20 आरोपित नेताओं के खिलाफ आरोपों पर दलीलें सुन रहे थे। सितंबर 2022 में केंद्र सरकार ने पीएफआई और उसके कई सहयोगियों पर एक सख्त आतंकवाद विरोधी कानून के तहत पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। इन पर आईएस जैसे वैश्विक आतंकी समूहों से संबंध होने का आरोप लगाया था।

    यह भी पढ़ें- वकील को जारी सीबीआई के समन पर दिल्ली हाईकोर्ट सख्त, कहा, ऐसा हुआ तो वकील नहीं कर पाएंगे काम