ऑपरेशन आघात 2.0: दिल्ली में राह चलते अपराधों में 20% कमी, 600 पुलिसकर्मियों ने की 500 से ज्यादा गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस ने 'ऑपरेशन आघात 2.0' चलाकर राह चलते अपराधों में 20 प्रतिशत की कमी की है। इस ऑपरेशन में 600 पुलिसकर्मियों ने मिलकर 500 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया। इस अभियान का उद्देश्य दिल्ली में स्नैचिंग और झपटमारी जैसे अपराधों पर नियंत्रण पाना है, जिससे जनता को राहत मिली है और सुरक्षा की भावना बढ़ी है।
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को बताया कि दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में पिछले महीने के आंकड़ों के अनुसार राह चलते होने वाले अपराधों में कमी दर्ज की गई है। इसके लिए ऐसे अपराधों से संबंधित पीसीआर कॉल में 20 प्रतिशत की कमी आने के आधार पर दावा किया गया है। इसके पीछे का कारण साझा करते हुए पुलिस ने बताया है कि नाइट पेट्रोलिंग, गाड़ियों की जांच और सतर्क पुलिसिंग के चलते ऐसे अपराधियों पर नकेल लगी है। वहीं, संगठित अपराध, आदतन अपराधियों, शराब तस्करों और ड्रग तस्करों पर सख्त कार्रवाई के तहत 'ऑपरेशन आघात 2.0' में लगभग 500 लोगों को पकड़ा गया है।
600 पुलिसकर्मियों ने संभाला मोर्चा
पुलिस के अनुसार, संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिणी रेंज) संजय जैन की देखरेख में बुधवार को शुरू किया गया और डिप्टी पुलिस आयुक्त (दक्षिणपूर्वी) हेमंत तिवारी के नेतृत्व में चलाए गए इस ऑपरेशन में जिले भर में 600 से अधिक पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया था।
अलग-अलग आरोपों में की गई गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि हथियार अधिनियम, दिल्ली आबकारी अधिनियम, एनडीपीएस अधिनियम और सार्वजनिक जुआ अधिनियम के तहत लगभग 130 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं, 360 अन्य को निवारक कार्रवाई के तहत पकड़े गए। गिरफ्तार लोगों में सड़क अपराधों में शामिल होने का इतिहास रखने वाले 64 'बैड कैरेक्टर्स' (बीसी) शामिल हैं।
ऑपरेशन आघात 2.0 में बरामदगी
अभियान के दौरान 31 हथियार, 5826 क्वाटर अवैध शराब, 5.5 किलोग्राम गांजा और जुआघरों से 1.85 लाख रुपये जब्त किए गए। इसके अलावा दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 66 के तहत 163 वाहन जब्त किए गए हैं।
हर महीने चलाया जाएगा अभियान
पुलिस के अनुसार, 20 सितंबर 2025 को पहली बार आयोजित 'ऑपरेशन आघात' अब हर महीने आयोजित किया जाएगा, जो संगठित आपराधिक गिरोहों को तोड़ने और आदतन अपराधियों में दोहराव वाले अपराधिक गतिविधियों को हतोत्साहित करने में बड़ी मदद करेगा।
जुआघरों पर रहीं गहरी नजरें
वहीं, डीसीपी हेमंत तिवारी ने बताया कि इस अभियान में अधिक से अधिक जुआघरों का भंडाफोड़ करते हुए 1.85 लाख रुपये की वसूली की गई, जबकि पहले चरण में 78,350 रुपये वसूल किए गए थे। एहतियातन कार्रवाई के तहत 524 लोगों को बुक किया गया, जो आघात 1.0 के दौरान 294 से करीब कहीं अधिक है।"
आदतन अपराधी किए जाएंगे तड़ीपार
उन्होंने कहा कि अभियान अपराध-प्रवण क्षेत्रों और झुग्गी क्लस्टरों पर केंद्रित था, जिसका उद्देश्य त्योहारी मौसम के दौरान किसी भी अनचाही घटना को रोकना और निवासियों में अधिक सुरक्षा की भावना पैदा करना है। पुलिस ने दावा किया कि रात्रि गश्त, वाहन जांच और सजग पुलिसिंग जैसे तरीकों से पिछले महीने की तुलना में सड़क अपराधों से संबंधित पीसीआर कॉल में 20 प्रतिशत की कमी आई है। संगठित अपराध से जुड़े मामलों में बीएनएस की धारा 111 और 112 के सख्त प्रावधानों को लागू किया जाएगा और दोहराव वाले अपराधियों के खिलाफ लंबे समय तक सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तड़ीपार करने का भी प्रस्ताव लाया जाएगा।
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