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    डेढ़ वर्ष बाद एक सितंबर से फिर से विद्यार्थियों के लिए खुलेगा एनएसयूटी, इन छात्रों के लिए शुरू होगी कक्षाएं

    By Mangal YadavEdited By:
    Updated: Mon, 30 Aug 2021 06:30 PM (IST)

    NSUT Reopen for Students कोरोना संक्रमण के बीच करीब डेढ़ वर्ष बाद एक बार फिर नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनएसयूटी) में विद्यार्थियों की चहल-पहल नजर आएगी। विश्वविद्यालय को खाेलने की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई है। अभी केवल तीसरे वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आफलाइन कक्षाएं शुरू की जाएगी।

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    1 सितंबर से तीसरे सत्र के विद्यार्थियों के लिए खुलेगा एनएसयूटी। फोटो- जागरण

    नई दिल्ली [मनीषा गर्ग]। कोरोना संक्रमण के बीच करीब डेढ़ वर्ष बाद एक बार फिर नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनएसयूटी) में विद्यार्थियों की चहल-पहल नजर आएगी। विश्वविद्यालय को खाेलने की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई है। हालांकि अभी एहतियात के तौर पर केवल तीसरे वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आफलाइन कक्षाएं शुरू की जाएगी। पर प्रथम व दूसरे वर्ष के विद्यार्थी के लिए भी जल्द से जल्द आफलाइन कक्षाएं शुरू हो इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन प्रयासरत है। विश्वविद्यालय एक सितंबर से खुल रहा है।

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    कुलपति प्रो. जय प्रकाश सैनी ने बताया कि अभी किन-किन कोर्स के छात्रों को बुलाया जाएगा इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। इसको लेकर मंगलवार को डीन के अलावा अलग-अलग कोर्सेज के विभागाध्यक्षों की बैठक कर एक प्रारूप तैयार किया जाएगा।

    फिलहाल समस्त विद्यार्थियों से आनलाइन माध्यम द्वारा टीकाकरण की जानकारी प्राप्त करने की कवायद शुरू हो चुकी है। जिसमें विद्यार्थियों से पूछा जा रहा है कि किस-किस ने टीके का पहला डोज लगवाया है व किसने दोनों डोज लगवा लिया है। इसके अलावा कई ऐसे विद्यार्थी भी हैं, जिन्होंने अभी तक टीकाकरण नहीं कराया है। तीनों ही श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण के आंकड़े प्राप्त होने के बाद ही छात्रावास खाेले जाएंगे। इसके अलावा शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित हो इसके लिए छोटे-छोटे बैच में प्रोफेसर कक्षा लेंगे। एक बार पूर्ण रूप से विश्वविद्यालय शुरू हो जाएगा तो आनलाइन कक्षाएं बंद कर दी जाएगी।

    होना होगा क्वारंटाइन

    प्रो. जय प्रकाश सैनी ने बताया कि भारत के कई ऐसे राज्य हैं जहां संक्रमण दर अधिक है। जैसे केरल, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश आदि। ऐसे राज्यों से आने वाले विद्यार्थियों को सुरक्षा कारणों से 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। ज्ञात हो विश्वविद्यालय प्रशासन ने दूसरी लहर के दौरान परिसर में कोविड केयर सेंटर तैयार किया था। ऐसे में इन विद्यार्थियों को वहीं क्वारंटाइन करने की तैयारी है। इसके अलावा ऐसे विद्यार्थियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि वे कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आएं। यदि किसी भी कारण से विद्यार्थी जांच रिपोर्ट नहीं लाते हैं तो विश्वविद्यालय द्वारा उनकी जांच कराई जाएगी।