NIOS स्टडी सेंटरों के छात्रों के लिए शिक्षा निदेशालय का फैसला, अब देनी होंगी मिड-टर्म और प्री-बोर्ड परीक्षाएं
शिक्षा निदेशालय ने एनआईओएस प्रोजेक्ट के छात्रों के लिए नियमित मूल्यांकन प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए 75 एनआईओएस अध्ययन केंद्रों में मिड-टर्म, यूनिट टेस्ट और प्री-बोर्ड परीक्षाएं आयोजित होंगी। निदेशालय ने स्कूलों को पाठ्यक्रम पूरा करने और छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा है। परीक्षा के अंक ऑनलाइन दर्ज किए जाएंगे और मूल्यांकन समय पर किया जाएगा।

नियमित मूल्यांकन की प्रक्रिया को मजबूत करने की दिशा में परीक्षाओं को लेकर निर्देश जारी किया गया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। शिक्षा निदेशालय ने NIOS (राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान) प्रोजेक्ट के तहत पढ़ने वाले छात्रों के लिए नियमित मूल्यांकन की प्रक्रिया को मजबूत करने की दिशा में परीक्षाओं को लेकर निर्देश जारी किए हैं।
निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए सभी 75 एनआईओएस अध्ययन केंद्रों में मिड-टर्म परीक्षा, यूनिट टेस्ट और प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित कराने के निर्देश जारी किए हैं। निदेशालय के अधिकारी के मुताबिक नियमित मूल्यांकन छात्रों की प्रगति का आकलन करने, सीखने की खामियों की पहचान करने और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है।
निदेशालय ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया कि वे अक्टूबर के अंत तक साप्ताहिक पाठ्यक्रम पूरा कर लें और सभी नामांकित छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करें। मिड-टर्म परीक्षा की डेटशीट छात्रों और उनके अभिभावकों को हार्ड काॅपी व एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी।
प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने से 90 मिनट पहले ईमेल से भेजे जाएंगे। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन समय पर कर छात्रों को उनकी सीखने से जुड़ी कमियों पर फीडबैक देने को कहा गया है।
हिंदी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, संस्कृत और गृह विज्ञान विषयों के लिए अधिकतम अंक 60 रखे गए हैं, जबकि पेंटिंग और डाटा एंट्री ऑपरेशन के लिए 30 अंक निर्धारित किए गए हैं। मिड-टर्म परीक्षा के अंकों की प्रविष्टि 19 से 21 नवंबर 2025 के बीच ऑनलाइन की जाएगी।
इसके अलावा, दो यूनिट टेस्ट दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में केंद्र स्तर पर कराए जाएंगे। प्री-बोर्ड परीक्षा फरवरी से मार्च 2026 के बीच आयोजित की जाएगी। इसके लिए तारीख और दिशा-निर्देश बाद में जारी किए जाएंगे।
निदेशालय ने जिला और जोन स्तर के उप-निदेशकों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने एनआइओएस अध्ययन केंद्रों का निरीक्षण करें और परीक्षा के दौरान आकस्मिक जांच भी करें।
वहीं एनआईओएस प्रोजेक्ट शाखा के अधिकारी भी मिड-टर्म और प्री-बोर्ड के दौरान निगरानी रखेंगे। एनआईओएस प्रोजेक्ट के अतिरिक्त निदेशक के मुताबिक छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता को बनाए रखने और उनके प्रदर्शन में सुधार के लिए नियमित मूल्यांकन अनिवार्य है।
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