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    यमुना की जैव विविधता में गिरावट पर एनजीटी ने सुरक्षित रखा आदेश, नदी में मछलियों की 126 प्रजाति

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 05:59 AM (IST)

    राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने यमुना नदी की जैव विविधता में गिरावट के मामले पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। यमुना में मछलियों की 126 प्रजातियां प ...और पढ़ें

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    प्रदूषण ने यमुना में मछलियों की विविधता पर गंभीर प्रभाव डाला है। फोटो- आर्काइव

    नई दिल्ली, आइएएनएस। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने यमुना नदी में स्वदेशी प्रजाति की मछलियों की तादाद में तेज गिरावट और विदेशी मछलियों के बढ़ते प्रभुत्व से संबंधित एक स्वतः संज्ञान मामले में अपना आदेश सुरक्षित रखा है।

    सभी पक्षों की अंतिम दलीलें सुनने के बाद अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव व विशेषज्ञ सदस्य डा. ए. सेंथिल वेल की पीठ ने मामले को आदेश के लिए सुरक्षित रखा। यह स्वतः संज्ञान मामला मई 2024 की एक समाचार रिपोर्ट से सामने आया। वैज्ञानिक सर्वेक्षण में यमुना में मछलियों की 126 प्रजातियों की मौजूदगी को दर्ज किया गया है, लेकिन यह स्वदेशी मछलियों की प्रजातियों में गिरावट और विदेशी मछलियों में वृद्धि को दर्शाता है।

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    केंद्रीय अंतर्देशीय मत्स्य अनुसंधान संस्थान (सीआइएफआरआइ), प्रयागराज ने अपने सर्वेक्षण में पाया कि प्रदूषण, नदी के प्रवाह में परिवर्तन और आवासीय क्षति ने मछली की विविधता पर गंभीर प्रभाव डाला है। जबकि यमुना के पूरे विस्तार क्षेत्र में मछलियों की कुल 126 प्रजातियों का घर है।

    दिल्ली के आईटीओ में सबसे कम प्रजातियों की विविधता दर्ज की गई, जिसे "सबसे प्रदूषित" स्थल के रूप में वर्णित किया, जहां घुलनशील ऑक्सीजन के स्तर और जल प्रवाह लगभग शून्य या पहचानने योग्य स्तर से नीचे थे।

    अध्ययन में प्रतीकात्मक स्वदेशी प्रजातियों में महत्वपूर्ण गिरावट दिखाई गई। महासीर, जो 1990 के दशक के अंत में लगभग 9 प्रतिशत पकड़ में योगदान देता था, अब केवल 1.7 प्रतिशत का योगदान है। भारतीय मेजर काप्र्स ने भी दिल्ली, मथुरा और आगरा के क्षेत्रों में तेज गिरावट देखी है।

    हिल्सा मछली की पकड़ '2010 से नदी के विस्तार से पूरी तरह समाप्त हो ग एनजीटी ने केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड (सीपीसीबी) की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि के कई हिस्से वन्यजीवों मत्स्य पालन के लिए जल ग मानदंडों को पूरा करने में विफल हरियाणा, दिल्ली और यूपी के स्थानों पर घुलनशील आक्स जैव रासायनिक ऑक्सीजन और कुल कोलिफार्म जैसे पर अनुपालन की कमी को गया है।