दिल्ली का गजब हाल! सीवर लाइन डालने के लिए नई सड़क खोदी, लोगों के लाखों रुपये हुए बर्बाद
दिल्ली के किराड़ी के प्रेमनगर में सरकारी विभागों के तालमेल के अभाव में जनता के टैक्स का पैसा बर्बाद हो रहा है। बाढ़ एवं नियंत्रण विभाग ने गौरीशंकर एन् ...और पढ़ें
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प्रेमनगर में नवनिर्मित सड़क को अर्थ मूवर्स मशीन से तोड़ते हुए। जागरण
दीपक, बाहरी दिल्ली। सरकारी विभागों में तालमेल के अभाव में जनता के टैक्स का पैसा किस तरह बर्बाद हो रहा है, यह देखना है तो किराड़ी के प्रेमनगर में लगभग डेढ़ माह पहले बनी सड़क का दौरा कर लीजिए।
बाढ़ एवं नियंत्रण विभाग ने कई लाख रुपये खर्च कर गत अक्टूबर माह में गौरीशंकर एन्क्लेव में एमएलए ग्राउंड के सामने गौरीशंकर मंदिर रोड बनाया था। अब दो दिन पहले दिल्ली जल बोर्ड ने सीवर लाइन डालने के लिए इस नवनिर्मित सड़क को अर्थ मूवर्स मशीन की मदद से खोद दिया। लगभग दो किलोमीटर लंबी सड़क का करीब 200 मीटर हिस्सा तोड़ दिया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सीवर लाइन सड़क बनाने से पहले भी डाली जा सकती थी। चौंकाने वाली बात यह है कि स्थानीय पार्षद को इस मामले की जानकारी ही नहीं है।
प्रेमनगर के गौरी शंकर एन्क्लेव में विद्यापति मार्ग से हिंद विहार फाटक की ओर जाने वाली (गौरी शंकर मंदिर रोड) लगभग एक किलोमीटर लंबी सड़क लगभग डेढ़ महीना पहले सड़क बनकर तैयार हुई थी। इस सड़क पर कई लाख रुपये की लागत आई थी। अब दो दिन पहले दिल्ली जल बोर्ड ने अर्थ मूवर्स मशीन बुलाकर नए बने सड़क मार्ग को तोड़ना शुरू कर दिया।
नवनिर्मित तोड़ने की कार्रवाई का लोगों ने विराेध किया तो बताया गया कि नई सीवर लाइन डाली जाएगी। लोगों ने कहा कि सीवर लाइन रोड बनने से पहले डाली जानी चाहिए थी। गौरी शंकर एन्क्लेव आरडब्ल्यूए अध्यक्ष नान्हू प्रसाद गुप्ता ने कहा कि दोनों विभागों में तालमेल के अभाव में जनता का लाखों रुपया बर्बाद हो गया है। यह सीधी-सीधी शासन-प्रशासन की लापरवाही है।
सड़क खोदने से 10 गलियों के लोग परेशान
एमएलए ग्राउंड के सामने शारदा वत्स एन्क्लेव की ओर से सड़क खोदने के बाद भी कॉलोनी की 10 गलियों में रहने वाले एक हजार परिवारों के लगभग चार हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए है। सड़क खोदने के बाद अब इनके पास कॉलोनी से बाहर निकलने का रास्ता नहीं है। मजबूरन इन्हें घूमकर लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। मजबूरन इस सड़क से गुजरने वाले लोग कई बार हादसे का शिकार हो जाते हैं तो कइयों के वाहन फंस जाते हैं। जिसके लिए उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
इसके पास ही प्रेम नगर का सरकारी स्कूल है। जिसमें दो हजार से अधिक बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं और इन बच्चों में से बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं भी इसी सड़क मार्ग से होकर गुजरते है। जिनको काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
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हमें उम्मीद थी कि सड़क बनेगी तो लोगों को अच्छी सुविधा मिलेगी। लोग सुरक्षित रास्ता तय कर सकेंगे। लेकिन कुछ सप्ताह बाद ही यह सड़क खोद दी गई। जिसकी वजह से हमें काफी दिक्कत हो रही है। - नीतिश, गौरी शंकर एन्क्लेव
मुझे यहां रहते हुए 25 वर्ष से भी अधिक का समय हो चुका है। सरकार और प्रशासन पता नहीं किस तरह से काम कर रहा है, पहले सड़क बनाई, फिर खोद दी। इस तरह से लोगों से लिया गया टैक्स का पैसा बर्बाद किया जा रहा है। लेकिन शासन-प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता। - रामबिलास गौड़, गौरी शंकर एन्क्लेव
मेरे घर के आगे से सड़क खोद दी गई है। मुझे डर लगता है कि मैं कभी गिर न जाऊं। कई बार लोग यहां गिर गए। इसलिए घर से निकलने के लिए भी कई बार सोचना पड़ता है। - कुसुम, गौरी शंकर एन्क्लेव
अगर यह सीवर लाइन पहले डाल देते तो नई सड़क को तोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती। बार-बार लोगों को दिक्कत हो रही है। यहां जनता के पैसे को बर्बाद किया जा रहा है। - नीलम, गौरी शंकर एन्क्लेव
पार्षद बोले, विधायक देंगे जानकारी
स्थानीय निगम पार्षद राजेश लाला से इस बारे में जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि नई सड़क बनने के बाद तोड़े जाने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। इस बारे में स्थानीय विधायक ही जानकारी दे पाएंगे।
बाढ़ एवं नियंत्रण विभाग के अधिकारी ने बताया कि सड़क बनाने से पहले जल बोर्ड से संपर्क किया गया था। इस बारे में जल बोर्ड की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाया था। अब जल बोर्ड की ओर से बताया गया था कि वे लाइन डालने के लिए गड्ढा खोद रहे हैं। अपना काम करने के बाद सड़क की मरम्मत भी कराएंगे।

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