Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नेहरू प्लेस में सात साल बाद भी मल्टीलेवल पार्किंग अधूरी, दो लाख ग्राहकों के पार्किंग संकट पर 2026 में मिलेगी राहत

    Updated: Mon, 22 Dec 2025 01:03 AM (IST)

    दिल्ली के नेहरू प्लेस में मल्टीलेवल पार्किंग का काम सात साल बाद भी अधूरा है, जिससे लगभग दो लाख ग्राहकों को पार्किंग की समस्या का सामना करना पड़ रहा है ...और पढ़ें

    Hero Image

    नेहरू प्लेस मार्केट में रूका मल्टीलेवल पार्किंग के फिनिशिंग का काम। जागरण 

    जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। एशिया के सबसे बड़ी कंप्यूटर हार्डवेयर मार्केट नेहरू प्लेस में दिल्ली समेत एनसीआर से रोजाना लगभग दो लाख ग्राहक पहुंचते हैं। सीमित स्थान होने से ग्राहकों के सामने वाहन पार्क करने का संकट रहता है। सर्विस रोड से लेकर आउटर रिंग रोड तक पर कार पार्क करनी पड़ती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इससे जहां मार्केट में आने-जाने में असुविधा होती है, वहीं क्षेत्र भी अक्सर जाम की चपेट में रहता है। समस्या के समाधान के लिए मल्टी लेवल पार्किंग का काम सात वर्ष पहले शुरू किया गया, जिसे 18 महीने में बन जाना था। पर पहले लाकडाउन, फिर अलग-अलग कारणों से काम विलंबित होता रहा। केवल फिनिशिंग का काम पूरा कर इसे दिसंबर 2025 में शुरू करने की तैयारी थी, तो अब प्रदूषण ने रोक लगा दी। ग्रेप की पाबंदियों के चलते फिनिशिंग से लेकर फुटपाथ और पार्किंग के चारों ओर सड़क बनाने का काम रूक गया है। अब वर्ष 2026 में ही लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा।

    नेहरू प्लेस मार्केट में कुल 110 टावर है। इनमें 16,000 से भी अधिक कार्यालय और दुकानें हैं, जिनमें करीब डेढ़ लाख लोग काम भी करते हैं। मार्केट में कंप्यूटर, मोबाइल, लैपटाप समेत अन्य इलेक्ट्रानिक गैजेट्स रिपेयर किए जाते हैं। लोग अपने हिसाब से कस्टमाइज्ड पीसी भी तैयार कराते हैं। यहां पहले से एमसीडी की 15 सरफेस पार्किंग हैं, जिनकी क्षमता 1300 वाहनों की है। पार्किंग क्षमता बढ़ाने के लिए डीडीए ने वर्ष 2019 में शहरी विकास निधि से 62 करोड़ रुपये का बजट पास करते हुए मल्टी लेवल पार्किंग का काम शुरू कराया।

    हालांकि, तब से तब से कई बार काम पूरा करने की मियाद बढ़ती रही। पिछले कुछ समय से काम में तेजी आई है। डीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अब इसके रंगरोगन का काम चल रहा है। किनारों पर सड़क और फुटपाथ बनाने का काम बाकी है। ग्रेप की पाबंदियों के चलते काम रुका है। इसके हटते ही बचा काम पूरा कराते हुए जल्द ही मल्टीलेवल पार्किंग शुरू करने की कोशिश की जा रही है।

    वहीं, आल नेहरू प्लेस डेवलपमेंट एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल ने बताया कि पार्किंग का काम पूरा होने में देरी की वजह से न केवल दुकानदारों को परेशानी हो रही है, बल्कि मार्केट आने वाले ग्राहकों को भी वाहन पार्क करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पिछले चार महीने से मल्टीलेवल पार्किंग के तीन तरफ के रास्तों को भी टिनशेड लगाकर बंद रखा गया है।

    नेहरू प्लेस मल्टी लेवल पार्किंग एक नजर में

    • 29,624 : वर्ग मीटर क्षेत्रफल
    • 62 : करोड़ रुपए लागत
    • 5: मंजिला (बेसमेंट, भू-तल व ऊपरी तीन मंजिल)
    • 352: कार पार्क करने की क्षमता
    • 660: बाइक भी किए जा सकते हैं पार्क

    यह भी पढ़ें- दक्षिणी दिल्ली में सुनार के घर में चोरी की कोशिश नाकाम, सीसीटीवी में 38 मिनट तक जूझते छह नकाबपोश 'कैद'