दिल्ली में बाढ़ का खतरा, यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी; प्रशासन की चेतावनी के बाद भी लोग जगह को नहीं कर रहे खाली
पूर्वी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर चला गया है जिसके कारण निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दे रहा है लेकिन बहुत से लोग अभी भी खतरे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यमुना खादर क्षेत्र में बसी झुग्गियों में पानी घुस गया है। प्रशासन जलस्तर पर लगातार नजर बनाए हुए है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। यमुना का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर चुका है। प्रशासन खादर समेत आसपास के निचले इलाकों में मुनादी कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कह रहा है। चेतावनी का लोगों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। पुराना लोहा पुल के नीचे यमुना का पानी झुग्गियों तक आ गया है। इसके बाद भी लोगों को अपनी जान की परवाह नहीं है।
शनिवार सुबह यमुना का जलस्तर खतरे के चेतावनी स्तर 204.5 मीटर को पार करके सात बजे खतरे के निशान के करीब 205.26 मीटर पहुंच गया। यमुना खादर में मयूर विहार फेज-एक, कश्मीरी गेट, पुराना लोहा पुल के नीचे झुग्गियां बसी हुई हैं। प्रशासन के अनुसार करीब ढाई हजार लोग खादर क्षेत्र में रह रहे हैं। खादर में रहने वाले लोगों का कहना है कि यमुना के जलस्तर से अभी खतरा नहीं है। जब उन्हें खतरा महसूस होगा तो वह खुद सुरक्षित स्थानों पर चले जाएंगे।
यमुना के जलस्तर पर प्रशासन ने निगाह बनाई
पूर्वी जिलाधिकारी अमोल श्रीवास्तव का कहना है कि यमुना के जलस्तर पर प्रशासन ने निगाह बनाई हुई है। शनिवार को प्रशासन ने खादर व निचले क्षेत्रों में मुनादी करके लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। दोपहर के बाद से जलस्तर घटना शुरू हो गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा की वजह से हथिनीकुंड बैराज से दिल्ली में पानी छोड़ा जा रहा है।
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