यमुना में उफान का अब दिल्ली के भीतरी इलाकों पर भी असर, नजफगढ़ ड्रेन के फाटक बंद होने से जल निकासी ठप
पश्चिमी दिल्ली की हस्तसाल डीडीए कॉलोनी में यमुना के उफान से जलभराव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। नजफगढ़ ड्रेन के फाटक बंद होने से कॉलोनी के ढाई हजार फ्लैट पानी में डूब गए हैं जिससे जल निकासी प्रणाली पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयास अभी तक विफल रहे हैं और कॉलोनी में महामारी का खतरा मंडरा रहा है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। यमुना में आए उफान का असर न सिर्फ इसके किनारे के इलाकों पर बल्कि अब दिल्ली के भीतरी इलाके पर भी नजर आ रहा है।
यमुना में गिरने वाली सबसे बड़ा नाला नजफगढ़ ड्रेन, जिसमें कई छोटे व मंझोले नाले गिरते हैं, उसके फाटक बंद कर दिए गए हैं। इससे काॅलोनियों में पानी की निकासी की प्रणाली अवरुद्ध हो गई है। नतीजा काॅलोनियों में जलभराव की समस्या एक बड़ी मुसीबत का रुप लेती जा रही है।
करीब ढाई हजार फ्लैटों वाली हस्तसाल डीडीए काॅलोनी के एक किनारे से नजफगढ़ ड्रेन ताे एक किनारे से पंखा रोड ड्रेन गुजरता है। काॅलोनी के पानी का प्रवाह पंखा रोड ड्रेन की ओर है। पंखा रोड ड्रेन का पानी नजफगढ़ ड्रेन में गिरता है। यमुना में आए उफान व लगातार हो रही वर्षा के कारण नजफगढ़ ड्रेन का जलस्तर भी बढ़ता चला जा रहा है।
लबालब चल रहे नजफगढ़ ड्रेन का पानी पंखा रोड में बैक न मारे, इसके लिए पंखा रोड ड्रेन के निकास पर लगे फाटक को बंद कर दिया गया है। फाटक बंद होने से पंखा रोड ड्रेन का पानी बाहर नहीं निकल पा रहा है और ड्रेन का जलस्तर बढ़ रहा है। अब ड्रेन में बढ़ रहे पानी का असर इसके किनारे स्थित हस्तसाल डीडीए काॅलोनी पर पड़ रहा है।
काॅलोनी की जलनिकासी प्रणाली पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। काॅलोनी के हर हिस्से में पिछले चार दिनों से पानी भरा है। यह पानी सड़कों से लेकर गलियों, पार्कों हर जगह भरा नजर आता है। पानी नालियों, नालों या सीवर लाइन में जाने के बजाय सड़क पर एकत्रित हो रहा है। पूरी काॅलोनी काले गंदे व बदबूदार पानी से भरा है।
एक ही कई दिनों से एकत्रित इस पानी से तेज बदबू निकल रही है। लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। सबसे अधिक असर भूतल पर रहने वाले परिवारों पर पड़ा है। अब तो सांप भी काॅलोनी में निकलने लगे हैं, जिससे एक अलग ही तरह का डर लोगों में व्याप्त है। कालोनी की गलियों से निकलकर जब लोग मुख्य सड़क पर आते हैं तो यहां घुटना से भी उपर पानी जमा है।
प्रशासन कर रहा कोशिश, लेकिन नहीं हो रहा असर
काॅलोनी से जलनिकासी के लिए लोक निर्माण विभाग व सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग आपसी तालमेल से काम कर रहा है, लेकिन इसका असर अभी नहीं दिख रहा है।
लोक निर्माण विभाग के पंप काॅलोनी की सड़कों से पानी को लिफ्ट कर पंखा रोड ड्रेन में डाल रहे हैं। उधर, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के पंप से पंखा रोड ड्रेन से पानी को पाइप के माध्यम से नजफगढ़ ड्रेन में डाला जा रहा है।
काॅलोनी के लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं। हर जगह गंदा पानी फैला है। बदबू एक अलग परेशानी है। महामारी का खतरा अब मंडरा रहा है।
- संदीप, हस्तसाल एलआईजी
वर्षा होगी और समस्या होगी। क्या सरकार को ऐसी विषम परिस्थिति के लिए कोई योजना अलग से तैयार नहीं करनी चाहिए थी। हस्तसाल काॅलोनी निचले इलाके में बसी है। लेकिन इसके लिए कोई तैयारी नहीं की गई।
- सुदर्शन गुलेरिया, हस्तसाल एलआईजी
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