World Laughter Day : हंसी है संजीवनी, Stress और Depression को करे नियंत्रित
हंसी और हास्य योग तनाव अवसाद और ब्लड प्रेशर कम करने में मददगार हैं। अध्ययनों से पता चला है कि हास्य योग से काॅर्टिसोल हार्मोन कम होता है और एंडोर्फिन डोपामिन जैसे अच्छे हार्मोन बनते हैं मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और हृदय रोग का खतरा भी कम होता है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, नई दिल्ली: भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव व अवसाद बढ़ने से हाईपरटेंशन, डायबिटीज, हृदय रोग जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं। Lifestyle से जुड़ी बीमारियों से बचाव के लिए डाॅक्टर प्रतिदिन सुबह शाम टहलने, योग व व्यायाम करने की सलाह देते रहें हैं।
डाॅक्टर बताते हैं कि प्रतिदिन हंसना और हास्य योग करना भी शरीर के लिए आंतरिक जाॅगिंग की तरह होता है, इसलिए हंसी Stress, Depression, Blood Pressure और Diabetes को कम करने और हृदय रोग से बचाव में भी मददगार है। डाॅक्टर बताते हैं कि देश विदेश में हुए विभिन्न शोधों में यह बात साबित हुई है।
जापान में 40 से 65 वर्ष की उम्र के 25 लोगों पर किए गए अध्ययन में आया सामने
ज्यादातर अध्ययन अधेड़ उम्र के लोगों व बुजुर्गों पर हुए हैं। ऐसे में उम्रदराज लोगों के तनाव मुक्त व सेहतमंद रहने के लिए हंसना जरूरी है। जापान में 40 से 65 वर्ष की उम्र के 25 लोगों पर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि हास्य योग से मस्तिष्क के आगे के हिस्से में रक्त संचार बेहतर होता है।
इस अध्ययन में पाया गया कि काॅमेडी वीडियो देखने से हृदय गति, मनोदशा की स्थिति और तनाव के लिए जिम्मेदार मार्करों में सुधार होता है। विदेश में हुए एक अन्य शोध में पाया गया है कि हास्य योग से काॅर्टिसोल हार्मोन कम होता है। शरीर में काॅर्टिसोल बढ़ने से तनाव बढ़ता है।
20 से 30 मिनट हास्य योग कराने से हाईपरटेंशन व पल्स रेट कम करने में मिलती है मदद
यह कम होने से तनाव कम होता है। हास्य योग के अभ्यास से मानिसक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। पुदुचेरी स्थित कस्तूरबा गांधी नर्सिंग कालेज द्वारा 40 लोगों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार 20 से 30 मिनट हास्य योग कराने से हाईपरटेंशन व पल्स रेट कम करने में मदद मिलती है।
शरीर में इम्युनोग्लोबुलिन व नेचुरल किलर कोशिकाओं की सक्रियता बढ़ती है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है। डोपामिन व सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ने से तनाव व अवसाद कम होता है। इसके अलावा हंसने से शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड का निर्माण होता है, इससे शरीर की नसें फैलती हैं।
इससे ब्लड प्रेशर और रक्त संचार में सुधार होता है। साथ ही हंसी से प्रतिदिन दस से 15 मिनट हंसने पर करीब 40 किलो कैलोरी बर्न होती है। हंसी के दौरान सांस तेज लेने लगते हैं। इससे शरीर व मस्तिष्क में आक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। मांसपेशियों में अकड़न को भी कम करने में मददगार है। साथ ही हंसने से ऑक्सीटोसिन का स्राव बढ़ता है। इससे रिश्ते भी भावनात्मक व सामाजिक रूप से मजबूत होते हैं।
खुश रहने और हास्य योग से अच्छे हार्मोन अधिक बनते हैं और तनाव बढ़ाने वाला हार्मोन कम हो जाता है। तनाव ब्लड प्रेशर, डायबिटीज सहित कई बीमारियों का कारण बनता है। तनाव कम होने से ब्लड प्रेशर व डायबिटीज नियंत्रित करने में भी मदद मिलती। पाचन तंत्र भी ठीक होता है और रोग प्रतिरोधकता बढ़ती है।
- प्रोफेसर डॉ. जुगल किशोर, निदेशक, कम्युनिटी मेडिसिन, सफदरजंग अस्पताल
हंसने से शरीर में कई तरह के मेटाबॉलिक बदलाव आते हैं। शरीर में एंडोर्फिन, डोपामिन और सेरोटोनिन का स्राव बढ़ जाता है। एंडोर्फिन प्राकृतिक दर्द निवारक हार्मोन है। इससे दर्द की अनुभूति कम होता है।
- डॉ. तरुण कुमार, एसोसिएट निदेशक, मेदांता हार्ट सेंटर एवं आरएमएल में कार्डियोलॉजी विभाग के पूर्व प्रोफेसर
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