Delhi Weather: अक्टूबर की शुरुआत से होगी सर्दी की आहट, पढ़ें- मानसून की विदाई को लेकर मौसम विभाग का ताजा अपडेट
Delhi weather मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों और गुजरात के कच्छ से मानसून ने पीछे हटना शुरू कर दिया है। एक दो दिन में दक्षिण हरियाणा और पंजाब से भी मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। फिलहाल भले ही दिल्ली- एनसीआर में झमाझम बरसात हो रही हो, मौसम में ठंडक भी बनी हुई हो, लेकिन दो दिन बाद आसमान साफ होने लगेगा। दिन के तापमान में भी एक बार फिर थोड़ी वृद्धि होगी। अलबत्ता, यह सब सप्ताह भर ही चलेगा। मानसून की विदाई के साथ अक्टूबर की शुरुआत में ही सर्दी की आहट सुनाई देने लगेगी।
पहले दो सप्ताह में तापमान के सामान्य जबकि माह के मध्य से सामान्य के नीचे रहने का पूर्वानुमान है। हां, ठीक-ठाक सर्दी के लिए अभी नवंबर का इंतजार करना होगा।मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों और गुजरात के कच्छ से मानसून ने पीछे हटना शुरू कर दिया है। एक दो दिन में दक्षिण हरियाणा और पंजाब से भी मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी।
यहां से इसकी सामान्य तारीख 17- 18 सितंबर है। 29- 30 तारीख के करीब यह दिल्ली एनसीआर से विदा ले लेगा। यहां इसकी सामान्य तारीख 25 सितंबर है। दिल्ली एनसीआर के बाद अक्टूबर के पहले सप्ताह में यह समस्त उत्तर भारत से विदा हो जाएगा। मानसून की विदाई के बाद हवा की दिशा उत्तर पश्चिमी हो जाएगी। यह जम्मू कश्मीर की ओर से आएगी।
इसके साथ पहाड़ों की ठंडक भी दिल्ली एनसीआर तक पहुंचने लगेगी।मौसम विज्ञानियों का कहना है कि हवा की दिशा बदलने के साथ ही सुबह-शाम के मौसम में फर्क महसूस होने लगेगा। इसके बाद अक्टूबर के पूर्वार्ध से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भी बदलाव नजर आने लगेगा। अभी जो तापमान सामान्य से ऊपर चल रहे हैं, वह सामान्य से नीचे आ जाएंगे। इसी के साथ गर्मी के स्थान पर गुलाबी ठंडक का एहसास होने लगेगा।
1 सितंबर में 25 प्रतिशत ज्यादा, सीजन में 21 प्रतिशत कम हुई मानसून की बरसात
लगातार कई दिन की बरसात के बाद सितंबर में दिल्ली की वर्षा 25 प्रतिशत अधिक हो गई है, लेकिन मानसून सीजन की कुल बरसात अभी भी 21 प्रतिशत कम ही चल रही है। दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में जून और अगस्त में सामान्य से कम बरसात रिकार्ड की गई। जून के महीने में सामान्य से 67 प्रतिशत जबकि अगस्त में सामान्य से 82 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। जुलाई में 37 प्रतिशत सितंबर में अब तक सामान्य से 25 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है।
- मानसून की विदाई के साथ ही हवा की दिशा बदल जाती है। हवा की दिशा बदलते ही मौसम भी बदलने लगता है। अक्टूबर की शुरुआत में सुबह-शाम का बदलाव नजर आएगा जबकि माह के मध्य में तापमान की गिरावट दिखाई देने लगेगी। महेश पलावत, उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन), स्काईमेट वेदर