कैसरगंज सीट से फिर से चुनाव लड़ेंगे बृजभूषण सिंह? कोर्ट से निकलते वक्त BJP नेता ने दिया दो टूक जवाब
उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट पर बीजेपी ने अभी तक उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। खबर यह भी है कि इस सीट से उनके परिवार को मैदान में उतारा जा सकता है। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के दौरान पत्रकारों ने उनसे कैसरगंज सीट को लेकर सवाल किया। इस पर उन्होंने दो टूक कहा- होइहि सोइ जो राम रचि राखा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उत्तर प्रदेश की लगभग सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, लेकिन दो सीटें ऐसी हैं जिसपर पार्टी ने अपना पत्ता नहीं खोल है। वह सीट है, रायबरेली और कैसरगंज। कैसरगंज वह सीट है, जहां से बृजभूषण शरण सिंह अभी भी सांसद हैं। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार उन्हें मौका नहीं देना चाह रही है। वहीं टिकट को लेकर बृजभूषण सिंह की प्रतिक्रिया आई है।
पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि कैसरगंज सीट से फिर से टिकट मिलने के कोई संकेत मिले हैं, तो उन्होंने रामचरित मानस के दोहे दोहरा दिए और उन्हें परेशान न होने की बात कही। वहीं एक अन्य पत्रकार ने पूछा कि कि सामने यह खबर आ रही है कि आपके परिवार में से किसी को टिकट दिया जा सकता है? इस पर बृजभूषण सिंह ने कहा, "आपलोग परेशान क्यों हैं? होइहि सोइ, जो राम रचि राखा।"
कैसरगंज सीट सुर्खियों में क्यों?
दरअसल, कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह यहां से सांसद हैं। बृजभूषण सिंह और कैसरगंज सीट सुर्खियों में तब आई, जब कई महिला पहलवानों ने उनपर यौन उत्पीड़न का सवाल उठाया था। पहलवानों ने इसके लिए कई बार धरना भी दिया था। इसको लेकर बीजेपी की किरकिरी भी हुई थी। चूंकि मामला कोर्ट में है, इसलिए पार्टी फिलहाल इस पर बृजभूषण शरण सिंह के नाम की घोषणा करने से बच रही है।
पांचवें चरण में होना है चुनाव
बता दें, उत्तर प्रदेश के कैसरगंज सीट पर पांचवें चरण में चुनाव होना है। ऐसे में तीसरे चरण के बाद इस सीट के लिए नामों का एलान हो सकता है। खबर यह भी है कि उनके परिवार में से किसी एक सदस्य को टिकट दिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी को इस सीट से उतारा जा सकता है। बता दें, दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में यौन उत्पीड़न मामले में गुरुवार को सुनवाई के दौरान वह पेश हुए थे। इस दौरान पत्रकारों ने उनसे सवाल किया था।