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    विश्व हिंदू परिषद ने की अपील, ईसाई और मुसलमान बने हिंदू लौट आएं वापस

    By JP YadavEdited By:
    Updated: Thu, 12 Nov 2020 10:10 AM (IST)

    विश्व हिंदू परिषद ने मौजूदा समय में धर्मांतरण करने वाले और कुछ पीढ़ियों से मुसलमान व ईसाई बने लोगों से आग्रह किया है कि वे हिंदूू धर्म में ससम्मान लौट आएं। हिंदू धर्म में उनको पूरा सम्मान मिलेगा।

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    विश्व हिंदू परिषद (VHP) की सांकेतिक फोटो।

    नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]  लव जिहाद व धर्मातरण को लेकर कई राज्यों में मचे घमासान के बीच विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने घर वापसी का आह्वान किया है। विहिप ने मौजूदा समय में धर्मांतरण करने वाले और कुछ पीढ़ियों से मुसलमान व ईसाई बने लोगों से आग्रह किया है कि वे हिंदूू धर्म में ससम्मान लौट आएं। हिंदू धर्म में उनको पूरा सम्मान मिलेगा। विश्व हिंदू परिषद घर वापसी को लेकर बड़ा अभियान चलाएगी। बक्करवाला स्थित विश्व जागृति मिशन आनंद धाम आश्रम में हुई केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की दो दिवसीय बैठक में देशभर से तकरीबन 100 प्रमुख साधु-संत शामिल हुए। बुधवार को दूसरे दिन की बैठक में अमरकंटक के हरिहरानंद सरस्वती ने इस संबंध में प्रस्ताव रखा, जिसका अनुमोदन अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती व जबलपुर के अखिलेश्वरानंद ने किया।

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    लव जिहाद के खिलाफ कानून की मांग

    देशभर के साधु-संतों की मौजूदगी में विहिप ने लव जिहाद व धर्मांतरण रोकने के लिए राज्यों द्वारा कठोर कानून बनाने की मांग दोहराई। जूना अखाड़ा के अवधेशानंद गिरी ने कहा कि एक ऐसा कानून बनाया जाए, जिसमें धर्मातरण के लिए कम से कम एक माह की अवधि निश्चित की जाए। इस एक माह में जांचा जाए कि धर्मातरण धोखे, बलपूर्वक या लालच से तो नहीं है। उन्होंने बल्लभगढ़ में निकिता तोमर व मुजफ्फरनगर में नृशंस हत्या का जिक्र करते हुए लव जिहाद को आइएस (इस्लामिक स्टेट) व वहाबी विचारधारा की उस साजिश का हिस्सा बताया जिसके तहत विश्व के इस्लामीकरण की मंशा है।

    हाथरस की घटना पर जताई चिंता

    पहले दिन की बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भय्याजी जोशी भी बैठक का हिस्सा बने। इसमें अर्बन नक्सल द्वारा हिंदुओं को आपस में लड़ाने की साजिश पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और वामपंथी संगठनों के साथ नक्सलियों की युक्ति राष्ट्र विरोधी व हिंदू समाज में दरार पैदा करने वाली है। हाथरस की घटना को जातिगत रूप देकर उप्र को जातीय दंगों में झोंकने का असफल प्रयास हुआ। बैठक में पालघर में संतों की हत्या पर संत समाज आक्रोशित दिखा। महाराष्ट्र सरकार की भर्त्सना करते हुए घटना की सीबीआइ जांच की मांग दोहराई गई।

    राम मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए जनजागरण 15 जनवरी से

    केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल द्वारा राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के साथ ही काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर निर्माण व विभिन्न तीर्थ स्थलों के समग्र विकास पर जोर देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्र सरकार की सराहना की गई। विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि राम मंदिर निर्माण में राम भक्तों के सहयोग के लिए मकर संक्रांति के अगले दिन 15 जनवरी से जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत विहिप के कार्यकर्ता व साधु-संत चार लाख गांवों में 11 करोड़ परिवार तक पहुंचेंगे। महानगरों, बस्तियों में भी जाएंगे तथा रामगीत गाते हुए लोगों से सहयोग का आह्वान करेंगे।

     

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