Delhi: छह नवंबर से चलेगा 'बजरंगदल जुड़ो अभियान', VHP ने कहा- कोई भ्रम में न रहे हिंदू डर या पलायन कर जाएंगे
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिद परांडे ने कहा कि किसी को यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि किसी के डराने से हिंदू डर जाएंगे या पलायन कर जाएंगे बल्कि वह खुद की रक्षा करने के साथ पलटकर जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिद परांडे ने कहा कि किसी को यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि किसी के डराने से हिंदू डर जाएंगे या पलायन कर जाएंगे, बल्कि वह खुद की रक्षा करने के साथ पलटकर जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम हैं। वह नार्थ एवेन्यू में विहिप की युवा इकाई बजरंग दल द्वारा एक पखवारे में 50 लाख नए बजरंगियों को तैयार करने के लक्ष्य वाले सदस्य अभियान का उद्घाटन करते हुए यह बातें कहीं।
इसके साथ ही उन्होंने जनसंख्या नीति को आवश्यक बताते हुए कहा कि यह मतांतरण, लव जिहाद व कुछ राज्यों में घुसपैठ से बदली भौगोलिक स्थिति के आधार पर तय किया जाना चाहिए। इसी तरह मतांतरित किए लोगों को अनुसूचित जाति आरक्षण का लाभ देने को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर भी इसके सख्त विरोध में थे। इसलिए संविधान में इसका प्रविधान नहीं है।
छह नवंबर से चलेगा 'बजरंगदल जुड़ो अभियान'
बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दोनेरिया की मौजूदगी में परांडे ने बताया कि बजरंग दल करोड़ों हिंदू युवाओं का प्रेरणास्रोत है। बड़ी संख्या में युवा इससे जुड़ना चाहते हैं। इसलिए यह अभियान शुरू किया गया है, जो छह नवंबर से शुरू होगा। इसके अंतर्गत 15 से 35 वर्ष आयु-वर्ग के 50 लाख युवाओं को जोड़ने का लक्ष्य है।
युवा हिंदू विहिप की वेबसाइट www.vhp.org पर जा कर Join Bajrangdal नामक आइकान को क्लिक कर और अपनी जानकारी भरकर जुड़ने का अनुरोध भेज सकेंगे। फिर बजरंग दल की स्थानीय कार्यकर्ता उन्हें संगठन से जोड़ने की आगे की प्रक्रिया पूरी करेंगे। उन्होंने बताया कि इन युवाओं को धर्म, देश व समाज सेवा व रक्षा के लिए तैयार किया जाएगा।
ये भी पढ़ें- Vishwa Hindu Parishad: भारत को मजारों का देश नहीं बनने देंगे: विहिप
उन्हें इसके लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। कानून के अनुसार शस्त्र प्रशिक्षण भी कराया जाएगा। नीरज दोनेरिया ने कहा कि “सेवा, सुरक्षा व संस्कार” के ध्येय वाक्य पर बने बजरंग दल द्वारा अब "देव-भक्ति से देश-भक्ति" “महिला सम्मान से राष्ट्रीय स्वाभिमान” तथा “पलायन नहीं, पराक्रम” के मंत्रों पर भारत के युवकों को लाना है। साहस, शौर्य व पराक्रम के साथ उनके शारीरिक, मानसिक तथा बौद्धिक क्षमता के विकास का उनका प्रशिक्षण होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।