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    अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपने परिवार के साथ अक्षरधाम मंदिर पहुंचे, भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता है प्रतीक

    अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने सोमवार को अपने परिवार के साथ नई दिल्ली स्थित स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया। अक्षरधाम मंदिर भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक है जिसका संचालन बीएपीएस संस्था द्वारा किया जाता है। बीएपीएस न केवल धार्मिक कार्यों के लिए बल्कि मानवीय धर्मार्थ कार्य और सामाजिक सेवाओं के लिए भी विश्व स्तर पर जाना जाता है।

    By Jagran News Edited By: Sonu Suman Updated: Mon, 21 Apr 2025 11:13 PM (IST)
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    अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने अक्षरधाम मंदिर में भारतीय संस्कृति की झलक देखी।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, अपनी पत्नी उषा और तीन बच्चों इवान, विवेक और मिराबेल के साथ भारत की चार दिवसीय यात्रा के अंतर्गत नई दिल्ली स्थित स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर पहुंचे। आज सुबह दिल्ली पहुंचकर, अमेरिका के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सीधे हवाई अड्डे से स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर पहुंचे।

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    नई दिल्ली में स्थित स्वामिनारायण अक्षरधाम, भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का एक भव्य प्रतीक है, जिसका संचालन बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामिनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा किया जाता है। यह वैश्विक सामाजिक-आध्यात्मिक संगठन भारतीय मूल्यों, संस्कृति और आध्यात्मिकता को संरक्षित और प्रचारित करने के लिए समर्पित है। बीएपीएस न केवल धार्मिक कार्यों के लिए, बल्कि मानवीय और सामाजिक सेवाओं के लिए भी विश्व स्तर पर जाना जाता है।

    भारत से बाहर कई देशों में है स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर

    स्वामिनारायण अक्षरधाम, नई दिल्ली, अपनी स्थापत्य कला, जटिल नक्काशी और आध्यात्मिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर परिसर भक्तों और पर्यटकों को भारतीय संस्कृति की गहरी समझ प्रदान करता है। बीएपीएस ने विश्व भर में ऐसे कई सांस्कृतिक स्थल स्थापित किए हैं, जिनमें अमेरिका के रॉबिंसविल, न्यू जर्सी में स्वामिनारायण अक्षरधाम और यूएई के अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर शामिल हैं। ये स्थल न केवल धार्मिक केंद्र हैं, बल्कि सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियों के प्रमुख मंच भी हैं।

    विभिन्न आपदाओं में संस्था का है अहम योगदान

    बीएपीएस स्वामिनारायण संस्था की स्थापना भगवान स्वामिनारायण के आध्यात्मिक सिद्धांतों पर आधारित है और वर्तमान में इसके आध्यात्मिक प्रमुख पूज्य महंत स्वामी महाराज के नेतृत्व में कार्यरत है। संस्था की गतिविधियां आध्यात्मिकता तक सीमित नहीं हैं; यह आपदा राहत, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक विकास जैसे क्षेत्रों में सक्रिय योगदान देती है। उदाहरण के लिए, बीएपीएस ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और शिक्षा के क्षेत्र में स्कूलों व छात्रवृत्तियों के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाया है।

    पर्यावरण संरक्षण के प्रति बीएपीएस की प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण

    पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी बीएपीएस की प्रतिबद्धता उल्लेखनीय है। संस्था ने वृक्षारोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता अभियानों जैसे कई पहल शुरू किए हैं। इसके अतिरिक्त, बीएपीएस के स्वयंसेवक विश्व भर में सामुदायिक सेवा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में सक्रिय रहते हैं।

    स्वामिनारायण अक्षरधाम और बीएपीएस की अन्य परियोजनाएं भारतीय संस्कृति के वैश्विक प्रचार और मानव कल्याण के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। पूज्य महंत स्वामी महाराज के मार्गदर्शन में, बीएपीएस समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और आध्यात्मिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्यरत है।

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