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    UER-2 पर धीमी गति से चलने वाले वाहनों की आवाजाही पर लगेगी रोक, मंत्री प्रवेश वर्मा ने दिए संकेत

    Updated: Fri, 22 Aug 2025 06:30 AM (IST)

    लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने यूईआर दो पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों को प्रतिबंधित करने का आग्रह किया है क्योंकि इससे दुर्घटनाओं का खतरा है। उन्हो ...और पढ़ें

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    यूईआर दो पर दोपहिया, तिपहिया और धीमी गति से चलने वाले वाहनों की आवाजाही पर हो रोक : प्रवेश वर्मा

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि नवनिर्मित यूईआर दो पर दोपहिया, तिपहिया और धीमी गति से चलने वाले वाहनों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इनके प्रवेश से गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं।

    बुधवार को अधिकारियों के साथ केंद्र शासित प्रदेश स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए, लोक निर्माण विभाग मंत्री ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से एक्सप्रेसवे पर सुरक्षित और निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करने के लिए सर्विस रोड का निर्माण तत्काल शुरू करने का भी आग्रह किया।

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    एक आधिकारिक बयान में उनके हवाले से कहा गया, "एनएचएआई द्वारा तुरंत सर्विस रोड का निर्माण किया जाना चाहिए ताकि आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों की यूईआर दो तक सुगम और सुरक्षित पहुंच हो सके। उन्होंने कहा कि इससे न केवल स्थानीय संपर्क में सुधार होगा, बल्कि कारिडोर पर बेहतर यातायात प्रबंधन भी सुनिश्चित होगा।"

    यूईआर दो को शहर की मुख्य सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने और यातायात की आवाजाही में सुधार के लिए डिज़ाइन किया गया है। हालांकि, सड़क की तेज गति ने सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा़ कर दी हैं, खासकर असुरक्षित सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए।

    मंत्री ने आगे कहा, "यूईआर दो सिर्फ़ एक और सड़क नहीं है, बल्कि दिल्ली के लिए एक तेज़ रफ़्तार वाली जीवनरेखा है। हमारा प्रयास है कि यात्रियों को सुरक्षा से समझौता किए बिना विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा मिले। असुरक्षित वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंधों का सख़्ती से पालन कराया जाएगा।"

    वर्मा ने दिल्ली यातायात पुलिस को प्रतिबंध लागू करने और साइनेज व सार्वजनिक घोषणाओं के ज़रिए जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया। यातायात सुरक्षा के अलावा, मंत्री ने संबंधित विभागों को उत्तर-पश्चिम दिल्ली के संवेदनशील इलाकों जैसे कराला-कंझावाला रोड, मुंडका-कराला रोड और बरवाला गांव के पास एक मज़बूत जल निकासी व्यवस्था बनाने का भी निर्देश दिया।

    मंत्री ने आगे कहा, "बार-बार जलभराव की समस्या से बचने के लिए जल निकासी योजना अस्थायी नहीं, बल्कि स्थायी होनी चाहिए।" वर्मा ने अंतर-एजेंसी समन्वय के महत्व पर ज़ोर दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सर्विस रोड सहित सभी बुनियादी ढांचे के घटकों का निर्माण कुशलतापूर्वक और उच्चतम मानकों के अनुसार किया जाए।

    यूईआर दो के पैकेज पांच की बिजली ज़रूरतों को पूरा करते हुए, मंत्री ने बीएसईएस को ट्रांसफार्मरों की स्थापना में तेज़ी लाने का निर्देश भी दिया।

    सड़क सुरक्षा पर विशेष जोर

    मंत्री ने आदेश दिया कि यूईआर दो पर निगरानी कैमरे, पर्याप्त स्टाफ, पेट्रोलिंग वैन तैनात किए जाएं। साथ ही एम्बुलेंस नियमित अंतराल पर मौजूद हों ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

    स्थानीय कनेक्टिविटी के लिए सर्विस रोड

    मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि एनएचएआई को तुरंत सर्विस रोड का निर्माण करना चाहिए ताकि आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को यूईआर दो तक सुगम और सुरक्षित पहुंच मिल सके। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय कनेक्टिविटी के साथ-साथ कारिडोर पर यातायात प्रबंधन भी बेहतर होगा।

    उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली जल बोर्ड ने नांगली सकरावती गांव में पाइपलाइन शिफ्टिंग का कार्य पूरा कर लिया है, जिससे परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हल हो गया है।

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