UER-2: तूल पकड़ रहा टोल वसूली का ये मामला, अब समर्थन में उतरी AAP; बड़े आंदोलन की चेतावनी
बाहरी दिल्ली में यूईआर-2 टोल को लेकर आप ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है। आप ने केंद्र सरकार से टोल हटाने की मांग की है जिसे ग्रामीणों के लिए अभिशाप बताया गया है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि टोल वापस नहीं लिया गया तो वे इसे वापस लेने के लिए मजबूर होंगे।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। बाहरी दिल्ली में यूईआर-2 टोल को लेकर दैनिक जारगण की ओर से चलाए जा रहे समाचारीय अभियान के बाद यह मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है।
खाप पंचायत, सामाजिक संगठन, आरडब्ल्यूए के बाद अब दिल्ली की मुख्य विपक्षी आप पार्टी ने भी टोल को हटाने की मांग करते हुए ग्रामीणों के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है।
इस दौरान किसानों ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर टोल वापस नहीं लिया जाता है तो किसान तीन काले कानूनों की तरह इसे भी वापस लेने को मजबूर कर देंगे।
मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने किसान प्रतिनिधियों के साथ प्रेसवार्ता कर केंद्र सरकार से यूईआर-2 पर लगने वाले टोल को तत्काल वापस लेने की मांग की।
उन्होंने कहा कि यूईआर-2 पर लगा टोल ग्रामीणों के लिए अभिशाप बन गया है। एक तरह से यह टोल उगाही का केंद्र बन गया है। क्योंकि एक-दूसरे गांवों में जाने के लिए ग्रामीणों को 235 रुपये का टोल देना पड़ता है। ग्रामीण अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं।
किसान अशोक ने कहा कि सभी गांव और कालोनियों के लोग इस टोल से परेशान हैं। यूईआर-2 दो दिल्ली में ट्रैफिक कम करने के लिए बनाया, लेकिन महंगे टोल से बचने के लिए लोग गांव की गलियों से निकल रहे हैं। इससे सड़कों पर जाम लग रहा है। दिल्ली देहात के किसानों की जमीन डीडीए ने सस्ते दामों में ली और उस पर यूईआर-2 बना दिया।टोल नहीं लगना चाहिए।
किसान नरेश ने कहा कि देश आजाद होने के बाद किसी भी सरकार ने दिल्ली में ऐसा टोल नहीं लगाया। भाजपा सरकार ने पहली बार यह किया। दिल्ली सिर्फ 70 किमी की है और इसमें पहले कभी टोल टैक्स नहीं था।
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उन्होंने कहा कि यूईआर-2 पूरी दिल्ली के लिए टोल मुफ्त होना चाहिए। किसान अशोक ने कहा कि खेतों में जाने के लिए भी इतना ही टोल देना पड़ता है। जहां टोल है, वहां यू-टर्न होना चाहिए ताकि लोग टोल से बच सकें। लेकिन इन्होंने यू-टर्न भी बंद कर दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े एक किसान ने कहा कि आज दिल्ली के इतिहास में यह पहली बार हुआ है। आप विधायक संजीव झा ने कहा कि गांव वाले लगातार इस मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं और धरने पर बैठे हैं। उनकी यह जायज मांग है। गांव वालों और आसपास के लोगों के लिए टोल मुफ्त होना चाहिए।
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