टोल मुक्त हो यूईआर-2 : कल खत्म होगा अल्टीमेटम, रविवार को चक्का जाम की चेतावनी
दिल्ली में यूईआर-2 से टोल हटाने की मांग तेज हो गई है। पालम 360 खाप ने चक्का जाम की चेतावनी दी है। सांसद योगेंद्र चांदोलिया और कमलजीत सहरावत ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की लेकिन ठोस आश्वासन नहीं मिला। खाप नेता सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि मौखिक आश्वासन स्वीकार्य नहीं हैं। 21 सितंबर को चक्का जाम की तैयारी है जिसे कांग्रेस और आप का समर्थन है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। यूईआर-2 से टोल हटाने को लेकर पालम 360 खाप व दिल्ली देहात के संगठनों के अल्टीमेटम की अवधि खत्म होने में 48 घंटे शेष हैं। खाप व सहयोगी संगठन समाधान नहीं होने पर अगले दिन रविवार को चक्का जाम पर अडिग हैं।
इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ सत्ता पक्ष के लोग सक्रिय हो गए हैं। 20 दिन के भीतर सांसद योगेंद्र चांदोलिया व कमलजीत सहरावत दोनों स्थानीय विधायकों के साथ बुधवार को केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा से मिले और टोल को लेकर चर्चा की।
सांसद योगेंद्र चांदोलिया ने कहा कि चर्चा सकारात्मक रही और टोल हटवाने के लिए प्रयासरत हैं। 20 किलोमीटर के दायरे के गांव के लोगों को राहत देने की बात पर भी चर्चा की गई। इस बैठक से लोग ठोस परिणाम की उम्मीद लगा रहे थे, लेकिन बात आश्वासनों से आगे नहीं बढ़ी।
बुधवार को परिवहन भवन में उत्तर-पश्चिम दिल्ली संसदीय क्षेत्र से सांसद योगेंद्र चांदोलिया व पश्चिमी दिल्ली से कमलजीत सहरावत ने केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा से मंत्रणा की। दोनों सांसदों ने यूईआर-2 पर टोल टैक्स को लेकर चर्चा की और अपने सुझाव रखे।
उनके साथ मटियाला विधानसभा से भाजपा विधायक संदीप सहरावत व मुंडका से विधायक गजेंद्र दराल व कई स्थानीय नेता भी थे। इस बैठक के बाद सांसद योगेंद्र चांदोलिया ने बताया कि बैठक सकारात्मक रही। टोल हटवाने से लेकर अन्य टोल से ग्रामीणों को राहत देने के मसले पर विचार-विमर्श हुआ।
सर्विस लेन बनने तक लोगों को टोल से राहत देने, 20 किलोमीटर के दायरे के गांवों में टोल वसूली न हो जैसे सुझावों पर भी चर्चा की गई। सांसद ने कहा कि टोल को हटवाने के लिए भी प्रयासरत हैं। इससे पहले भी 28 अगस्त को दोनों सांसद और विधायक केंद्रीय राज्य मंत्री से मिले थे।
उधर, पालम 360 खाप के अध्यक्ष व महापंचायत के संयोजक सुरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा है कि मौखिक आश्वासन को नहीं माना जाएगा। सरकार आधिकारिक तौर पर कुछ कहेगी, तभी महापंचायत गौर करेगी, अन्यथा 21 सितंबर को दिल्ली देहात के लोग चक्का जाम करेंगे।
महापंचायत ने सरकार को सात दिन का समय दिया है। सोलंकी ने बताया कि 21 के चक्का जाम के लिए गांव-गांव जनसंपर्क अभियान चल रहा है। आज गांव के नाम बपरोला, नीलोठी, घेवरा, बवाना, में जनसंपर्क किया गया।
इस अवसर पर धारा सिंह प्रधान बवाना 52, मास्टर जयप्रकाश, सतपाल सोलंकी, बलवान सिंह, मुकेश शोकीन, पार्थ शौकीन आदि आदि मौजूद रहे। बता दें कि 21 सितंबर के चक्का जाम को कांग्रेस पहले ही समर्थन दे चुकी है। आम आदमी पार्टी भी टोल टैक्स पर अपनी आपत्ति दर्ज करा चुकी है।
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