ईद पर कत्ल: दो बेटों ने ही पिता को उतारा मौत के घाट, दर्दनाक तरीके से दिया वारदात को अंजाम
ईद के मौके पर दिल्ली के मौजपुर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 60 वर्षीय रहीसुद्दीन की उनके दो बेटों और एक पड़ोसी ने चाकू मारकर हत्या कर दी। विवाद की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अन्य फरार हैं। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है।
पीटीआई, नई दिल्ली। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के मौजपुर इलाके में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना में 60 वर्षीय व्यक्ति की उसके दो बेटों और एक पड़ोसी ने चाकू मारकर हत्या कर दी। यह घटना विजय मोहल्ला में रविवार दोपहर करीब 1:35 बजे हुई। पुलिस ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। उनके अनुसार, यह हादसा एक छोटे से विवाद के बाद हुआ, जिसने हिंसक रूप ले लिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक का नाम रहीसुद्दीन था। उनके दो बेटों महमूद और जुबैद साथ ही पड़ोसी रफीक और एक नाबालिग ने मिलकर उन पर हमला किया। विवाद की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। इस हमले में रहीसुद्दीन को गंभीर चोटें आईं। इसके बाद उन्हें तुरंत जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
आरोपियों की तलाश के लिए ऑपरेशन शुरू
जांच के बाद पुलिस ने 46 वर्षीय रफीक को गिरफ्तार कर लिया और नाबालिग को हिरासत में लिया। हालांकि, रहीसुद्दीन के दोनों बेटे महमूद और जुबैद, मौके से फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि उनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। साथ ही, हत्या में इस्तेमाल हथियार को बरामद करने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया
इस मामले में जाफराबाद पुलिस स्टेशन में पहले भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 109(1) (हत्या का प्रयास) और धारा 3(5) (संयुक्त जिम्मेदारी) के तहत मामला दर्ज किया गया था। रहीसुद्दीन की मौत के बाद इसमें हत्या की धाराएं भी जोड़ दी गई हैं। पुलिस ने बताया कि जांच जारी है और जल्द ही फरार आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
हादसे के बाद इलाके में सनसनी
स्थानीय लोगों के अनुसार, रहीसुद्दीन का अपने बेटों के साथ पहले भी कई बार झगड़ा हो चुका था, लेकिन किसी ने सोचा नहीं था कि यह विवाद इतना भयानक रूप ले लेगा। इस हादसे ने इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग सदमे में हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं और हिंसा से बचें। इस घटना ने एक बार फिर पारिवारिक रिश्तों में बढ़ते तनाव और हिंसा की प्रवृत्ति पर सवाल खड़े किए हैं।
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