दिल्ली में अंगीठी जलाकर सो रहे दो लोगों की दम घुटने से मौत, पुलिस ने दरवाजा तोड़कर तीसरे को बचाया
सर्दियों में अंगीठी का इस्तेमाल जानलेवा हो सकता है। दिल्ली के मुंडका इलाके में अंगीठी जलाकर सोने से दो लोगों की मौत हो गई। एक व्यक्ति की हालत गंभीर है। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर तीसरे शख्स को बचाया। पिछले कुछ वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जानिए अंगीठी का इस्तेमाल करते समय किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। मुंंडका थाना क्षेत्र स्थित घेवरा गांव में शनिवार अंगीठी जलाकर जा रहे दो लोगों की मौत दम घुटने से हो गई। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर तीनों को बाहर निकाला, जिसमें दो की मौत हो चुकी थी, तीसरे की सांसें चल रही थी। इन्हें फौरन सीपीआर देकर अस्पताल भेजा गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। जिन दाे व्यक्तियों की मौत हुई है, उनमें राजेश व राजेंद्र शामिल हैं, वहीं घायल का नाम मुकेश है। मामले की जांच जारी है।
जानकारी के अनुसार घेवरा स्थित त्यागी विहार में महिंद्रा लाजिस्टिक ट्रांसपोर्ट कंपनी है। यहां राजेश, राजेंद्र व मुकेश ट्रकों से सामान उतारने और लादने का काम करत थे। सामान चढ़ाने और उतारने का काम ज्यादातर रात के समय होता था, इसलिए तीनों रात के समय वहीं रुक जाते थे।
कमरें में झांका तो देखा तीनों अचेत पड़े हैं
इस दौरान अक्सर अंगीठी जलाई जाती थी। घटना वाली रात ये जिस कमरे में सो रहे थे, उस कमरे में हवा आने व जाने के लिए कोई जगह नहीं थी। शनिवार सुबह के समय चाय वाला तीनों को चाय देने पहुंचा तो अंदर से दरवाजा बंद मिला। दरवाजा काफी देर तक खटखटाने के बाद जब लोगों ने कमरे में झांककर देखा तो पाया कि तीनों अचेत हैं। पुलिस को खबर दी गई। पुलिस भी मौके पर पहुंची।
दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर राजेश व राजेंद्र मृत मिले। बाकी मुकेश की सांसें चल रही थी। उसे पीसीआर देकर अस्पताल भेजा गया। फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अंगीठी को कब्जे में ले लिया गया है। पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया है।
दम घुटने से मौत की कुछ घटनाएं
पिछले वर्ष द्वारका सेक्टर 23 थाना क्षेत्र स्थित पोचनपुर गांव में जनवरी महीने में कड़ाके की ठंड से बचने के लिए बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सो जाना एक परिवार को काफी भारी पड़ गया। बंद कमरे में दम घुटने से कमरे में सो रहे पति- पत्नी की मौत हो गई। इससे पूर्व वर्ष 2023 के दिसंबर महीने में कापसहेड़ा थाना क्षेत्र स्थित समालखा में सर्दी से बचने के लिए अंगीठी जलाकर सोने से एक दंपती की मौत हो गई थी।
मामले का पता तब चला था जब इनके देर तक नहीं उठने के कारण स्वजन ने कमरे में झांक कर देखा तो पाया कि अंदर रामप्रवेश व इनकी पत्नी बेसुध पड़ी है। पुलिस के अनुसार चिकित्सकों ने मौत का कारण दम घुटना बताया था। करीब चार वर्ष पूर्व दिल्ली कैंट थाना क्षेत्र में दम घुटने से छह लोगों की मौत हुई थी। इस घटना में शादी समारोह में कैटरिंग सर्विस देने आए छह लोगों की मौत दम घुटने से हुई थी। ये सभी जिस कंटेनर में सो रहे थे, उसमें तंदूर को भी इन्होंने रख दिया, जिससे की ठंड से बचाव हो पाए।
अंगीठी का प्रयोग सतर्कता के साथ
सर्दी से बचने के लिए बंद कमरे में अंगीठी का प्रयोग करते हैं तो इस बार ख्याल हमेशा रखें कि कमरा पूरी तरह बंद नहीं हो। अंगीठी में कोयले या लकड़ी को जलाने से कार्बन मोनोआक्साइड के अलावा कई जहरीली गैसें निकलती हैं, जो जानलेवा साबित हो सकती हैं। अंगीठी ही नहीं, रूम हीटर भी बंद कमरे में ऐसी जहरीली गैसें बना देते हैं, जो जीवन के लिए संकट खड़ा कर सकती है।
चिकित्सकों का कहना है कि बंद कमरे में हीटर, ब्लोअर या अंगीठी जलाने से गर्मी बढ़ने से धीरे-धीरे कमरे में आक्सीजन खत्म हो जाती है और कार्बन मोनोआक्साइड अत्यधिक बढ़ जाती है। यह गैस सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच कर खून में मिल जाती है। इससे खून में हीमोग्लोबिन का स्तर घट जाता है, जिससे व्यक्ति की मौत हो जाती है।
यह सावधानी बरतें
- घर में वेंटिलेशन हो तभी अलाव, हीटर या ब्लोअर चलाएं
- अलाव जलाकर उसके पास न सोएं
- आग जलाएं तो जमीन पर सोने से बचें
- घर में अगर कोई बच्चा हो, तो आग न जलाना ज्यादा बेहतर है
- कमरे में यदि ज्यादा लोग सो रहे हैं तो आक्सीजन का स्तर तेजी से कम होता है
- अंगीठी पर अगर कोई खाना बनाता है तो सोने से पहले उसे ठीक तरह से बुझा देना चाहिए
- सांस व किडनी के मरीज अंगीठी का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
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