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    दिल्ली में सीवर की सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से एक की मौत, तीन की हालत गंभीर

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 10:15 PM (IST)

    दिल्ली के अशोक विहार में सीवर की सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से एक कर्मचारी की दुखद मृत्यु हो गई जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। आरोप है कि कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरणों के सीवर में उतारा गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और ठेकेदार से पूछताछ की जा रही है।

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    सीवर की सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से एक की मौत, तीन की हालत गंभीर।

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। सुरक्षा उपकरणों के बगैर सीवर मैनहाल की सफाई के दौरान मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा है।

    अशोक विहार फेज-2 स्थित हरिहर अपार्टमेंट के सामने मुख्य सड़क पर मंगलवार की देर रात सीवर लाइन की सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से चार सफाईकर्मी सीवर लाइन में फंस गए।

    इसकी सूचना तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को दी गई। इस दौरान यहां से गुजर रहे एक डिलीवरी ब्वाय ने चारों कर्मचारियों को सीवर लाइन से बाहर निकाला। जबकि घटनास्थल पर ठेकेदार समेत अन्य कर्मचारी खड़े रहें। सभी को बेहोशी की हालत में पास के ही दीपचंद बंधु अस्पताल ले जाया गया।

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    जहां एक सफाईकर्मी की हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें हरी नगर स्थित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल भेज दिया गया। जहां डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं, तीन सफाईकर्मियों का इलाज दीपचंद बंधु में जारी है।

    मृतक की पहचान 40 वर्षीय अरविंद के रूप में हुई है। वहीं, अस्पताल में भर्ती कर्मचारियों की पहचान सोनू, नारायण और नरेश के रूप में हुई है।

    पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि सभी कर्मचारी बृजगोपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधीन काम कर रहे थे। इस कंपनी के पास सीवर लाइन की साफ-सफाई का जिम्मा है।

    इस मामले में अशोक विहार थाना पुलिस ने बीएनएस की धारा 106(1) (लापरवाही से मौत), 289 (मानव जीवन को खतरे में डालना) 337 (सबूत के साथ छेड़छाड़) के अलावा मैनुअल स्कैवेंजर प्रतिषेध अधिनियम 2013 की धारा 7 और 9 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

    वहीं, कंपनी के प्रबंधक को पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है। उत्तरी-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त भीष्म सिंह ने बताया कि 16 नवंबर की रात करीब 11:36 बजे अशोक विहार फेज-2 स्थित हरिहर अपार्टमेंट के पास सीवर सफाई के संबंध में एक पीसीआर काल प्राप्त हुई, बताया गया कि चार व्यक्ति सीवर में फंस गए।

    आनन-फानन में सभी सीवर लाइन से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां अरविंद को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, अन्य का इलाज जारी है। क्राइम टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। बृजगोपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रबंधक व अन्य कर्मचारियों से पुलिस पूछताछ कर रही है।

    पुलिस जांच में पता चला कि पिछले कई दिनों से इलाके में सीवर सफाई का काम चल रहा था। मृतक अरविंद उत्तर प्रदेश के जिला कासगंज के गांव जखेरा का रहने वाला था। वहीं, आईसीयू में भर्ती सोनू उत्तर प्रदेश के कासगंज के गांव बिलराऊं डोलना का रहने वाला है।

    नारायण कासगंज के गांव जखेरा का रहने वाला है। वहीं, नरेश बिहार के जिला मोतीहारी के मीरपुर गांव का रहने वाला है। सभी सफाईकर्मी कई दिनों से यहां काम कर रहे थे। बताया जा रहा है कि ठेकेदार सभी कर्मचारियों को करोलबाग से लेकर आए थे।

    डिलीवरी ब्वाॅय ने कर्मचारियों को सीवर लाइन से निकाला बाहर

    प्रत्यक्षदर्शी अरविंद ने बताया कि घटना के समय संबंधित ठेकेदार व अन्य कर्मचारी खुद असहाय खड़े रहे। किसी ने भी इन कर्मचारियों को बाहर निकालने की हिम्मत नहीं जुटाई।

    इस बीच वहां से गुजर रहे एक डिलीवरी ब्वाॅय ने साहस दिखाया और सीवर में उतरकर सफाईकर्मियों को बाहर निकाला। उसकी बहादुरी से तीन सफाईकर्मी की जान बच सकी। जिसके बाद डिलीवरी ब्वाॅय अपने काम पर चला गया।

    बिना सेफ्टी सीवर लाइन में सफाईकर्मियों को उतार दिए

    मृतक अरविंद के साथ रहने वाले एक युवक ने बताया कि रात में ठेकेदार इनसे रात में सफाईकर्मी का काम करवाता था। इस काम के लिए इन्हें 1500 रुपये रोजाना देने का लालच दिया गया।

    इन सफाई कर्मियों को कोई मास्क नहीं दिया गया और न ही ऑक्सीजन सिलिंडर। जैसे ही अंदर उतरे, सांस रुकने लगी और वे बेहोश हो गए।

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