17-21 जनवरी तक दिल्ली में कई सड़कों पर डायवर्जन, जानें से पहले देख लें रूट प्लान वरना होगी भारी मुसीबत
गणतंत्र दिवस परेड की रिहर्सल के चलते दिल्ली में 17 से 21 जनवरी तक कई रास्तों पर ट्रैफिक प्रभावित रहेगा। दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को ट्रैफिक प्रतिबंधों की जानकारी दी है। जानिए किन रास्तों पर जाने से बचना है और किन वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। गणतंत्र दिवस की परेड से पहले कर्तव्य पथ पर शुक्रवार से रिहर्सल शुरू होगी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड से पहले कर्तव्य पथ पर शुक्रवार से रिहर्सल शुरू होगी। ऐसे में कई रास्तों पर यातायात प्रभावित रह सकता है। इसी को लेकर यातायात पुलिस ने लोगों की सुविधा के लिए एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में बताया गया है कि 17 से लेकर 21 जनवरी तक लोगों को किन रास्तों पर जाने से बचना है और किन्हें नजरअंदाज करना है।
दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी में कहा कि कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड रिहर्सल की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए विशेष ट्रैफिक व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था 17, 18, 20 और 21 जनवरी के लिए की गई है। एडवाइजरी के अनुसार कर्तव्यपथ-रफी मार्ग क्रॉसिंग, कर्तव्यपथ-जनपथ क्रॉसिंग, कर्तव्यपथ मानसिंह रोड क्रासिंग और कर्तव्यपथ सी हेक्सागन पर सुबह 10.15 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक यातायात प्रतिबंध रहेगा।
इन रास्तों का करें इस्तेमाल
उत्तर दिल्ली से दक्षिण दिल्ली और दक्षिण दिल्ली से जाने वाले लोग रिंग रोड, सराय काले खां, आइपी फ्लाईओवर, राजघाट, लाजपत राय मार्ग, मथुरा रोड, भैरों रोड, रिंग रोड, अरबिंदो मार्ग, सफदरजंग रोड, कमाल अत्तातुर्क मार्ग, कौटिल्य मार्ग से जा सकते हैं। पूर्व से दक्षिण-पश्चिम दिल्ली की ओर जाने वाले लोग रिंग रोड से वंदे मातरम मार्ग से जा सकते हैं।
इसी तरह विनय मार्ग, शांति पथ या नई दिल्ली और उससे आगे जाने वाले वाहन चालकों को सरदार पटेल मार्ग, मदर टेरेसा क्रिसेंट, राउंड अबाउट आरएमएल, बाबा खड़क सिंह मार्ग या पार्क स्ट्रीट-मंदिर मार्ग से होते हुए उत्तर दिल्ली या नई दिल्ली की ओर से होकर जाना पड़ेगा।
गणतंत्र दिवस परेड की मुख्य विशेषताएं
गणतंत्र दिवस परेड नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर सुबह 10:00 बजे से आयोजित की जाएगी। इस वर्ष, परेड शानदार ढंग से कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करने वाली झांकियों से भरी होगी, जो उनकी संबंधित संस्कृतियों, रीति-रिवाजों और उपलब्धियों को दर्शाती हैं। गणतंत्र दिवस का दिन भारत की एकता, विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है। वर्ष 1950 में भारतीय संविधान अस्तित्व में आने के बाद से हर साल इसे उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह राष्ट्र के लिए विविधता में एकता की भावना का प्रतिनिधित्व करता है। हर साल यह 26 जनवरी को मनाया जाता है।

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