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    JNU में उद्घाटन से पहले स्‍वामी विवेकानंद की मूर्ति क्षतिग्रस्‍त, आरोप-प्रत्यारोप के बीच जले दीये

    By Prateek KumarEdited By:
    Updated: Thu, 14 Nov 2019 08:47 PM (IST)

    JNU Student Protest जेएनयू कैंपस में स्‍वामी विवेकानंद की मूर्ति को किसी उपद्रवी ने उद्घाटन से पहले क्षतिग्रस्‍त कर दिया है।

    JNU में उद्घाटन से पहले स्‍वामी विवेकानंद की मूर्ति क्षतिग्रस्‍त, आरोप-प्रत्यारोप के बीच जले दीये

    नई दिल्‍ली, एएनआइ। JNU Student Protest: फीस में बढ़ोतरी के बाद जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद्यालय एक बार फिर से सुर्खियों में है। इस बार किसी उपद्रवी ने जेएनयू में उद्घाटन से पहले ही वहां रखी स्‍वामी विवेकानंद की मूर्ति को क्षति पहुंचाया दिया है। यहीं नहीं वहां मूर्ति के पास अपशब्द को लिख कर किसी खास राजनीतिक पार्टी के खिलाफ अपना विरोध जताया है।

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    इधर इस मामले में राजनीति गरमा गई है। स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर आपत्तिजनक शब्द लिखे जाने के मामले में एनएसयूआई और एबीवीपी के छात्रों के बीच गहमागहमी शुरू हो गई है। सभी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्‍यारोप कर रहे हैं। हालांकि विवाद के बाद छात्रों ने वहां से लिखा हुआ हटा दिया है। वहां अब छात्र संघ के सदस्‍यों ने दीपक जला दिया है।

    नेशनल स्‍टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के सन्‍नी ने कहा कि हम इस घटना की निंदा करते हैं। उन्‍होंने बताया कि मूर्ति के साथ किसी ने तोड़फोड़ नहीं की गई है, हां कुछ लोगों ने इसके बेस पर अपशब्‍द लिखा है। मुझे नहीं लगता कि जेएनयू का कोई छात्र ऐसा करेगा। अब हमने इसे साफ कर दिया है।बता दें कि जेएनएयू लगातार 15 दिनों से सुर्खियों में है। वहां सरकार के द्वारा फीस बढ़ोतरी के बाद से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।

    सख्‍त कार्रवाई की मांग

    स्‍वामी विवेकानंद की मूर्ति के साथ हुई क्षति के बाद भाजपा ने इस पर आपत्‍ति जताई है। भाजपा के राज्‍यसभा सांसद राकेश कुमार सिन्‍हा ने आरोपियों पर सख्‍त से सख्‍त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्‍होंने कहा कि विश्‍वविद्यालय में पढ़ने वाले राष्‍ट्रविरोधी तत्‍वों की पहचान होनी चाहिए। उन्‍हें पहचान कर जल्‍द-से-जल्‍द कैंपस के बाहर करना चाहिए।

    15 दिनों से चल रहा प्रदर्शन

    जेएनयू में हॉस्‍टल समेत अन्‍य सुविधाओं के लिए फीस में बढ़ोतरी के बाद से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन के बाद कार्यकारी परिषद की बैठक में यह फीस बढ़ोतरी को कम करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि फीस में कमी के बाद भी छात्र-छात्रा अपने विरोध प्रदर्शन को जारी रखे हुए हैं। उन्‍होंने कहा कि जब तक पहले जैसा ही शुल्‍क का स्‍ट्रक्‍चर नहीं हो जाता है तब तक यह प्रदर्शन और विरोध जारी रहेगा। इससे पहले 28 अक्टूबर को जेएनयू प्रशासन ने इंटर हॉल एडमिनिस्ट्रेशन (आइएचए) की कमेटी में छात्रवास के नए नियमों को लागू करते हुए सभी छात्रों के लिए छात्रवास की फीस बढ़ोतरी लागू कर दी थी। साथ ही इन छात्रों को बिजली पानी बिल और सर्विस चार्ज भी देना अनिवार्य कर दिया गया था।

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