15 राज्यों की कला, संस्कृति और परंपराओं का संगम बनेगा स्वदेशी मेला, वोकल फॉर लोकल को देगा बढ़ावा
दिल्ली के द्वारका में स्वदेशी मेले का आयोजन किया जा रहा है जहां भारत की संस्कृति और स्वदेशी उत्पादों का संगम होगा। स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित इस मेले में 15 राज्यों के कलाकार भाग लेंगे। हस्तनिर्मित वस्तुएं पारंपरिक वस्त्र और क्षेत्रीय व्यंजन उपलब्ध होंगे। बच्चों के लिए खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। यह मेला वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देगा।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। द्वारका सेक्टर-7 स्थित सीसीआरटी ग्राउंड में आयोजित होने वाले स्वदेशी मेले में इस बार देश की परंपरा, संस्कृति और स्वदेशी उत्पादों का संगम देखने को मिलेगा। मेले को लेकर द्वारका और आसपास के इलाकों में उत्साह का माहौल है। यह मेला न सिर्फ मनोरंजन का केंद्र बनेगा, बल्कि भारत की विविधता में एकता के भाव को भी मजबूत करेगा।
स्वेदशी जागरण मंच के तत्वावधान में आयोजित हो रहे मेले की तैयारियों को लेकर शनिवार को आयोजन से जुड़े पदाधिकारियों की बैठक हुई। मेला संयोजक रविंद्र सोलंकी ने मेले की विस्तृत जानकारी साझा की और बताया इस बार मेले में देश के 15 राज्यों के कलाकार, शिल्पकार और उद्यमी हिस्सा लेंगे।
यहां पर हस्तनिर्मित वस्तुओं, पारंपरिक परिधानों, आभूषणों, हैंडलूम उत्पादों और क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्वदेशी मेला केवल एक बाजार नहीं, बल्कि भारत की आत्मा उसकी कला, संस्कृति और परंपरा का जीवंत उत्सव है।
मेले में देश के विभिन्न राज्यों के कलाकार अपनी लोककला, नृत्य और संगीत के माध्यम से भारतीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत करेंगे। राजस्थान का घूमर नृत्य, हरियाणा का फाग, महाराष्ट्र का लावणी और पूर्वोत्तर राज्यों की लोककलाओं से पूरा वातावरण रंगीन होने वाला है।
मेला सचिव योगेश सैनी ने बताया कि स्कूली बच्चों की प्रतियोगिताएं आकर्षण का केंद्र रहेंगी। मंच से सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे जिसमें लोक गीत, उत्तराखंड की धरोहर की प्रस्तुति, बीएसएफ का बैंड जो देश भक्ति के साथ सबका मनोरंजन करेगा।
डॉ मंजीत सिंह प्रांतीय सह सयोजक स्वदेशी जागरण मंच नेबताया कि मेले के दौरान बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा, जिनमें खेलकूद, सूर्य नमस्कार, बोरी दौड़, रस्साकशी, राप्ती कूद और रंग भरो प्रतियोगिता प्रमुख हैं। इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य बच्चों में स्वदेशी संस्कृति के प्रति जुड़ाव और उत्साह पैदा करना है।
प्रधानमंत्री के ‘वोकल फार लोकल’ अभियान को मिलेगा
मेला संयोजक रविंद्र सोलंकी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा “स्वदेशी अपनाओ” का संदेश दिया है। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए यह मेला भारतीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सशक्त करने का एक सशक्त माध्यम बनेगा। यहां पर देशी पकवानों, पारंपरिक मिठाइयों और क्षेत्रीय व्यंजनों की खुशबू चारों ओर बिखरी रहेगी। बैठक में विभाग कार्य वाह बल्लभ पाठक व मीडिया प्रभारी निलेंद्र पाठक सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित रहे।
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