मंडोली जेल के डॉक्टर ने ठग सुकेश को घड़ी बांधने की दी अनुमति, नौकरी के आखिरी दिन सस्पेंड
ठग सुकेश चंद्रशेखर को मंडोली जेल में घड़ी पहनने की अनुमति देने के मामले में जेल अस्पताल के आरएमओ डॉ. आर राठी को निलंबित कर दिया है। सुकेश 200 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में वर्ष 2017 से जेल में बंद है। जेल में बंद कैदियों को घड़ी पहनने की अनुमति नहीं होती है लेकिन डॉक्टर ने लिखित में साधारण हाथ घड़ी बांधने की अनुमति दे दी थी।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। 200 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में मंडोली जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर के लिए हाथ घड़ी बांधने की अनुमति देना जेल अस्पताल के रेजिडेंट मेडिकल अफसर (आरएमओ) को भारी पड़ गया।
आखिर डॉक्टर ने क्यों दी अनुमति?![]()
डॉ. आर राठी को उनकी नौकरी के आखिरी दिन गत 28 फरवरी को जेल प्रशासन ने निलंबित कर दिया। डॉक्टर ने जेल अधिकारियों को जानकारी दिए बिना ही सुकेश को घड़ी के लिए अनुमति दे दी थी। जेल प्रशासन ने निलंबन की पुष्टि करते हुए कहा कि विभागीय जांच की जा रही है आखिर डॉक्टर ने अनुमति क्यों दी।
जेल सूत्रों ने बताया कि दवा कंपनी रैनबैक्सी के पूर्व मालिक शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति से 200 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में सुकेश वर्ष 2017 से जेल में बंद है। वर्ष 2023 में इसे तिहाड़ से मंडोली जेल स्थानांतरित किया गया था। जबकि पिछले ढाई वर्षों से डॉ. आर राठी आरएमओ के पद पर मंडोली जेल के अस्पताल में नौकरी कर रहे हैं।
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सूत्रों ने बताया गत दिसंबर में जेल के अस्पताल गया था, यहां उसने डॉक्टर से कहा कि दवाई खाने का उसे सही समय पता नहीं चल पाता है। उसके पास कोई घड़ी नहीं है। जिसके बाद डॉक्टर ने लिखित में साधारण हाथ घड़ी बांधने की अनुमति दे दी।
जेल प्रशासन में मचा हड़कंप
डॉक्टर की अनुमति वाली पर्ची को ग्राउंड बनाकर सुकेश ने जनवरी में राउज एवेन्यू कोर्ट में घड़ी के लिए याचिका दायर की थी। कोर्ट ने भी उसे अनुमति दे दी थी। जब इस बात की भनक जेल प्रशासन को लगी ताे हड़कंप मच गया, क्योंकि जेल में बंद कैदियों को घड़ी पहनने की अनुमति नहीं होती है।
जेल प्रशासन कुछ बोलने को तैयार नहीं
28 फरवरी को डॉक्टर सेवानिवृत्त होने वाले थे उसी दिन जेल प्रशासन ने उन्हें निलंबित कर दिया। निचली कोर्ट के आदेश के खिलाफ जेल प्रशासन दिल्ली हाईकोर्ट गया है कि सुकेश की घड़ी की अनुमति रद की जाए। डाक्टर की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
जब जेल में घड़ी नहीं पहन सकते तो अनुमति किस आधार पर दे दी। इस मामले में जेल प्रशासन के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
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