दिल्ली के 100 सरकारी स्कूलों में शुरू होंगे छात्र क्लब, हर स्टूडेंट की भागीदारी होगी जरूरी; पढ़ें अपडेट
शिक्षा निदेशालय शैक्षणिक सत्र 2025-26 से दिल्ली के 100 सरकारी स्कूलों में छात्र क्लब शुरू करेगा। इसका उद्देश्य छात्रों में भाषा कौशल रचनात्मकता नेतृत्व और टीम भावना को बढ़ावा देना है। प्रत्येक स्कूल को क्लब संचालन के लिए 20 हजार रुपये मिलेंगे। हर छात्र को कम से कम एक क्लब में भाग लेना अनिवार्य होगा ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। शिक्षा निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए राजधानी के 100 सरकारी स्कूलों में छात्र क्लब शुरू करने का निर्णय लिया है।
इस योजना का उद्देश्य छात्रों में भाषाई कौशल, रचनात्मकता, नेतृत्व और टीमवर्क को प्रोत्साहित करना है। क्लबों के संचालन के लिए प्रत्येक स्कूल को 20 हजार रुपये का विशेष फंड भी दिया जाएगा।
दो क्लब होंगे अनिवार्य: एक भाषा, एक विषयगत
नई गाइडलाइंस के तहत, प्रत्येक चयनित स्कूल में दो क्लब बनाए जाएंगे। इसमें एक किसी भाषा में (हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू या पंजाबी) और दूसरा किसी एक विषयगत श्रेणी में होगा।
विषयगत क्लबों में विज्ञान, गणित, खेल एवं योग, दृश्य कला, प्रदर्शन कला (संगीत और नृत्य), समर्थ (सक्षम छात्रों के लिए) और छात्र काउंसिल जैसी श्रेणियां शामिल हैं।
हर छात्र की भागीदारी होगी अनिवार्य
शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि हर छात्र को कम से कम एक क्लब में भाग लेना अनिवार्य होगा, ताकि उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास हो सके।
स्कूल प्रधानाचार्यों को क्लबों की गतिविधियों को गंभीरता से संचालित करने और वित्तीय व्यय का सटीक रिकार्ड रखने के निर्देश दिए गए हैं।
फंड का पारदर्शी उपयोग अनिवार्य
प्रत्येक क्लब के लिए 10 हजार रुपये का प्रविधान किया गया है। स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि फंड का उपयोग क्लब की गतिविधियों, जैसे वर्कशाप, प्रतियोगिताएं, प्रस्तुतियां और अन्य रचनात्मक आयोजन के लिए पारदर्शी रूप से हो।
इस पहल का उद्देश्य शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रखते हुए छात्रों को व्यावहारिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी सशक्त बनाना है।
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