बांग्लादेशी गिरोह को बेचे जाने थे चोरी व झपटे गए फोन, दो आरोपित गिरफ्तार
दिल्ली में लगातार मोबाइल चोरी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। क्राइम ब्रांच ने एक अंतरराष्ट्रीय मोबाइल चोर गिरोह के दो सदस्यों राहुल और वहीद को गिरफ्तार किया है। डीसीपी आदित्य गौतम के मुताबिक गिरफ्तार किए गए दोनों बदमाशों के नाम राहुल (टिगरी) और वहीद (संगम विहार) हैं। सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने राहुल और वहीद को बस स्टैंड इंद्रप्रस्थ पार्क रिंग रोड के पास से पकड़ा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच ने अंतरराष्ट्रीय मोबाइल चोर गिरोह के दो सदस्यों राहुल और वहीद को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से दिल्ली-एनसीआर से चुराए और छीने गए 58 महंगे स्मार्ट फोन बरामद किए गए हैं। ये दोनों संगम विहार निवासी मुजाहिर उर्फ समीर और बाबू खान के लिए काम करते हैं, जो मोबाइल फोन सप्लाई का अंतरराष्ट्रीय रैकेट चलाते हैं।
दिल्ली-एनसीआर से चुराए 40 मोबाइल
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी इनके कैरियर हैं। सरगना के निर्देश पर दोनों चोरी और छीने गए मोबाइल फोन को कोलकाता ले जा रहे थे। वहां उक्त मोबाइल को बाबू खान और समीर गैंग से जुड़े बांग्लादेशी गिरोह को पहुंचाना था। वहां से उक्त मोबाइल को बांग्लादेश ले जाना था। बरामद मोबाइल में से 40 मोबाइल दिल्ली-एनसीआर से चुराए और छीने गए पाए गए, बाकी फोन के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
दोनों कैरियर के नाम का खुलासा
डीसीपी आदित्य गौतम के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दोनों कैरियर के नाम राहुल (टिगरी) और वहीद (संगम विहार) हैं। दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न थानों में दर्ज हो रहे मोबाइल चोरी और स्नैचिंग के मामलों और पड़ोसी देशों में इन फोन की सप्लाई की सूचना को ध्यान में रखते हुए एसीपी सुशील कुमार और इंस्पेक्टर दलीप कुमार को इस बारे में पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
सक्रिय गिरोहों के बारे में जानकारी जुटाई
पुलिस टीम ने वारदातों के पैटर्न का अध्ययन किया, सक्रिय गिरोहों के बारे में जानकारी जुटाई और तकनीकी निगरानी के जरिए उनका पता लगाया। इसके तहत 30 जनवरी को पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर रिंग रोड स्थित इंद्रप्रस्थ पार्क बस स्टैंड के पास से राहुल और वहीद को पकड़ा। उस समय दोनों रेलवे स्टेशन जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे। उनके बैग की तलाशी लेने पर 58 मोबाइल फोन बरामद हुए। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे मोबाइल फोन को कोलकाता, बंगाल ले जा रहे थे। बाद में फोन को पड़ोसी देश बांग्लादेश ले जाया जाता।
बांग्लादेश और नेपाल में बेचते हैं मोबाइल
दोनों एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह के सदस्य हैं जो चोरी के मोबाइल फोन खरीदकर पड़ोसी देशों बांग्लादेश और नेपाल में बेचते हैं। उन्होंने बताया कि वे संगम विहार निवासी मुजाहिर उर्फ समीर और बाबू खान के लिए काम करते हैं। गिरोह के सरगना दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय जेबकतरों और झपटमारों से फोन खरीदते हैं।
हाउस कीपर का काम करता था राहुल
गौरतलब है कि राहुल लाडो सराय स्थित एक अस्पताल में हाउस कीपर का काम करता था। सात महीने पहले उसने नौकरी छोड़ दी और दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करने लगा। अब तक वह चोरी के मोबाइल फोन की चार खेप कोलकाता ले जा चुका है। उसके खिलाफ पहले भी तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीद पहले एक पार्लर में हेल्पर का काम करता था। वह चोरी के मोबाइल फोन की पांच खेप कोलकाता ले जा चुका है।
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