दिल्ली AIIMS में खत्म हो रही है बड़ी झंझट, भर्ती होने वाले मरीजों को फ्री में मिलेगा स्मार्ट कार्ड
पहले चरण में 12 दिसंबर को संस्थान के कर्मचारियों के कैफेटेरिया में इसे लागू किया गया था। दूसरे चरण में मरीजों के लिए सबसे पहले मातृ एवं शिशु ब्लाक में ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मेट्रो के स्मार्ट कार्ड की तर्ज पर एम्स में इलाज का कैशलेस शुल्क भुगतान के लिए सोमवार को एसबीआई के साथ मिलकर स्मार्ट कार्ड जारी किया गया। इसका नाम एसबीआई एम्स स्मार्ट कार्ड दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास और बैंक के अधिकारियों की मौजूदगी में इसे जारी किया।
डिजिटल भुगतान को मिलेगा बढ़ावा
इसके साथ ही एम्स के मातृ एवं शिशु ब्लॉक में इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया गया है। इसलिए अब मरीज इस स्मार्ट कार्ड के जरिये एम्स में इलाज का शुल्क कैशलेस भुगतान कर सकेंगे। एम्स के मीडिया डिविजन की प्रभारी डॉ. रीमा दादा ने बताया कि एम्स के मुख्य अस्पताल व विभिन्न केंद्रों में विभिन्न चरणों में इस स्मार्ट कार्ड से इलाज का शुल्क भुगतान की सुविधा शुरू की जाएगी। इससे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा।
मरीजों से नहीं लिया जाएगा सुरक्षा शुल्क
साथ ही इस पहल से भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा। पहले चरण में 12 दिसंबर को संस्थान के कर्मचारियों के कैफेटेरिया में इसे लागू किया गया था। दूसरे चरण में मरीजों के लिए सबसे पहले मातृ एवं शिशु ब्लाक में शुरू कर दिया गया। एम्स मुख्य अस्पताल व अन्य केंद्रों भी जल्दी ही इसे लागू कर दिया जाएगा। एम्स में भर्ती होने वाले सभी मरीजों को यह कार्ड निशुल्क जारी किया जाएगा। मरीज से सुरक्षा शुल्क भी नहीं लिया जाएगा।
अस्पताल के भूतल, मातृ एवं शिशु ब्लाक और कर्मचारियों के कैफेटेरिया से यह लिया जा सकता है। यह कार्ड अस्पताल के यूएचआईडी (विशेष स्वास्थ्य पहचान नंबर) व आभा (आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट) नंबर से जुड़ा होगा। अधिकृत काउंटर से यह कार्ड लेने के लिए मरीज को अपना यूएचआईडी नंबर बताना होगा। इस कार्ड को सक्रिय करने के लिए यूएचआईडी से पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी मिलेगा।
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इन तरीकों से स्मार्ट कार्ड को कर सकेंगे टॉपअप
यह ओटीपी दर्ज करने पर कार्ड इस्तेमाल के लिए सक्रिय हो जाएगा। इस कार्ड में पैसा टॉपअप कर इलाज का शुल्क भुगतान किया जा सकेगा। इस कार्ड को नकद राशि, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से टॉपअप किया जा सकता है। इसके अलावा मरीज या उनके परिजन ऑनलाइन कहीं से भी पैसा ट्रांसफर कर कार्ड टॉपअप कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि एम्स ने हाल ही में एक आदेश जारी कर कहा था कि अप्रैल तक एम्स में सिर्फ स्मार्ट कार्ड से ही इलाज का शुल्क भुगतान होगा। नकद राशि नहीं ली जाएगी।

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