शूटआउट एट लोखंडवाला फिल्म देखकर बना गैंगस्टर, बनवाया टैटू 'माया मौत का दूसरा नाम'; मुठभेड़ में गिरफ्तार
शूटआउट एट लोखंडवाला फिल्म से प्रेरित होकर गैंगस्टर बने सागर उर्फ माया भाई को दक्षिणी-पूर्वी जिला पुलिस ने सरिता विहार फ्लाइओवर के पास मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। लूटपाट डकैती और हत्या के प्रयास जैसे 20 मामलों में वांछित सागर के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने उसके पास से एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद की है। वह सोशल मीडिया पर हथियार के साथ फोटो अपलोड करता था।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। शूटआउट एट लोखंडवाला फिल्म में दिखाई गई गैंगस्टर की कहानी से सीख लेकर अपराध से दूर रहने की बजाय अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले गैंगस्टर को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
फिल्म देखने के बाद गैंगस्टर बने सागर उर्फ माया भाई को दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने सोमवार रात सरिता विहार फ्लाईओवर के पास गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी है।
सागर के खिलाफ लूटपाट, डकैती, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट के 20 मामले दर्ज हैं। डीसीपी हेमंत तिवारी ने बताया कि एसटीएफ प्रभारी इंस्पेक्टर शिव कुमार को सूचना मिली थी कि वांछित बदमाश कालिंदी कुंज से सरिता विहार की तरफ आने वाला है।
पुलिस ने नाकाबंदी की तो रात करीब पौने 12 बजे स्कूटी सवार एक युवक आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया तो उसने स्कूटी दौड़ा दी। पुलिस ने पीछा किया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में उसके दाहिने पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया।
आरोपी की पहचान नीम चौक के अमर काॅलोनी निवासी सागर उर्फ माया के रूप में हुई। पुलिस को आरोपी के पास से एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और दो कारतूस बरामद हुए हैं। वह अमर काॅलोनी थाने का घोषित बदमाश है और उसके खिलाफ लूटपाट, हत्या के प्रयास, शस्त्र अधिनियम सहित कई अन्य संगीन अपराधों के 20 मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस ने बताया गया है कि सागर ने अपने हाथ पर टैटू बनवाया हुआ है, जिसमें इसने माया, मौत का दूसरा नाम गुदवाया हुआ है। उसके गैंग में शामिल बदमाशों ने भी इस तरह के टैटू बनवा रखे हैं। आरोपी इंटरनेट मीडिया पर पिस्टल और चाकुओं के साथ फोटो अपलोड करता रहता था।
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